केमिकल से पकाए और रंगे जा रहे फलों पर FSSAI सख्त, अब होगी कड़ी जांच और कार्रवाई

कैल्शियम कार्बाइड में ऐसे तत्व होते हैं जो इंसानी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. इससे सिरदर्द, चक्कर आना, याददाश्त में कमी और यहां तक कि कैंसर तक का खतरा हो सकता है. खास तौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये फल बेहद नुकसानदायक साबित हो सकते हैं.

नई दिल्ली | Updated On: 21 May, 2025 | 11:21 AM

आजकल फलों की मिठास और रंगत के पीछे कई बार छुपी होती है खतरनाक हकीकत यानी केमिकल का इस्तेमाल. जल्दी पकाने और दिखने में चमकदार बनाने के लिए कुछ व्यापारी फलों में ऐसे रसायनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकते हैं. इस गंभीर मुद्दे को देखते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने अब सख्त रुख अपना लिया है.

क्या है मामला?

FSSAI ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों और अपने क्षेत्रीय निदेशकों को निर्देश जारी किए हैं कि वे फलों की मंडियों और बाजारों पर कड़ी निगरानी रखें. खास तौर पर ध्यान देने को कहा गया है उन जगहों पर जहां संदेह है कि फल कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक केमिकल की मदद से पकाए जा रहे हैं. यह केमिकल आम भाषा में ‘मसाला’ के नाम से जाना जाता है और इसका इस्तेमाल फलों को जल्दी पकाने के लिए किया जाता है.

क्यों है ये खतरनाक?

कैल्शियम कार्बाइड में ऐसे तत्व होते हैं जो इंसानी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. इससे सिरदर्द, चक्कर आना, याददाश्त में कमी और यहां तक कि कैंसर तक का खतरा हो सकता है. खास तौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये फल बेहद नुकसानदायक साबित हो सकते हैं.

क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

FSSAI ने सभी राज्यों से कहा है कि वे विशेष जांच और एन्फोर्समेंट अभियान चलाएं. इसके तहत गोदामों, स्टोरेज यूनिट्स और मंडियों का निरीक्षण किया जाएगा. अगर किसी भी स्थान पर केमिकल से फल पकाने या रंगने की गतिविधि पाई जाती है, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

साथ ही, FSSAI ने यह भी कहा है कि फल बेचने वाले व्यापारी गैर-अनुमोदित रंगों, सिंथेटिक कोटिंग और वैक्स (मोम) का इस्तेमाल न करें. यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आम लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ भी है.

उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?

फल खरीदते समय सतर्क रहें- बहुत ज्यादा चमकदार फल देखने में अच्छे लग सकते हैं, लेकिन वे केमिकल से पकाए गए हो सकते हैं.

घर लाने के बाद फल अच्छे से धोएं- फलों को पानी से धोना और कभी-कभी हल्के गरम पानी में भिगोना हानिकारक रसायनों को हटाने में मदद कर सकता है.

स्थानीय और भरोसेमंद विक्रेताओं से फल खरीदें- जहां संभव हो, ऑर्गेनिक फल या सीधे किसान बाजारों से फल लेना बेहतर होता है.

Published: 21 May, 2025 | 11:13 AM