गुजरात के किसानों के लिए आज का दिन खास बन गया है. खरीफ मार्केटिंग सीजन 2025-26 के तहत राज्य सरकार ने 24 नवंबर यानि आज से धान, बाजरा, ज्वार, मक्का और रागी की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर शुरू कर दी है. लगातार मौसम की मार झेल चुके किसानों को इस फैसले से बड़ी राहत मिली है. सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी किसान को अपनी मेहनत की फसल का दाम कम न मिले और उनकी आय सुरक्षित रहे.
राज्य में बड़े स्तर पर खरीद संचालन की शुरुआत
कृषि मंत्री जीतुभाई वाघाणी ने राजकोट में आधिकारिक रूप से खरीद प्रक्रिया की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि यह कदम किसानों के हित में ऐतिहासिक साबित होगा.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पहले ही अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए 10,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया था. अब खरीद के इस निर्णय से किसानों की उम्मीदों को नई उड़ान मिली है.
आज से ही किसान अपने नजदीकी खरीद केंद्र पर फसल बेचने के लिए पहुंच रहे हैं और केंद्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन भी पूरी तरह तैयार है.
फसलों की खरीद के लिए पूरे राज्य में बने केंद्र
सरकार ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पूरे गुजरात में खरीद केंद्र स्थापित किए हैं. धान खरीद के लिए 113 केंद्र खोले गए हैं, जबकि बाजरा के लिए 150, मक्का के 82, ज्वार के 50 और रागी के 19 केंद्र संचालन में आ गए हैं.
किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे पंजीकरण के साथ केंद्रों पर फसल लेकर जाएं, जिससे उन्हें बिना किसी परेशानी के एमएसपी का लाभ मिल सके.
एमएसपी पर मिलेगा सही और फिक्स दाम
सरकार द्वारा तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से किसानों को भरोसे के साथ बिक्री का विकल्प मिला है. नई दरें इस प्रकार हैं:
धान — 2369 से 2389 रुपये प्रति क्विंटल
बाजरा — 3075 रुपये प्रति क्विंटल
ज्वार (हाइब्रिड) — 3999 रुपये प्रति क्विंटल
ज्वार (मालदांडी) — 4049 रुपये प्रति क्विंटल
मक्का — 2400 रुपये प्रति क्विंटल
रागी — 5186 रुपये प्रति क्विंटल
किसानों का मानना है कि यह दाम उनकी लागत और मेहनत दोनों की भरपाई करने में सहायक होंगे.
गरीब परिवारों तक भी पहुंचेगा लाभ
सरकार द्वारा खरीदे गए अनाज का वितरण आम जनता तक भी किया जाएगा. एनएफएसए और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत यह अनाज प्रदेश के 74 लाख परिवारों के लगभग 3.60 करोड़ लोगों को निःशुल्क दिया जाएगा. इससे किसानों के साथ-साथ गरीब परिवारों को भी दोहरा लाभ मिलेगा.
खुश किस्से और नई उम्मीदें
कई किसान आज सुबह से ही केंद्रों पर पहुंचे और उन्होंने खुशी जताई कि फसल का दाम उन्हें सीधे सरकार से मिलेगा. यह फैसला किसानों के मन में सुरक्षा और सम्मान दोनों बढ़ाता है. ऐसे समय में जब खेती जोखिमों से भरी हो गई है, सरकार का यह कदम किसानों के लिए बड़ी उम्मीद है.