Gardening Tips: पुदीना (Mint) जिसे मैंथा भी कहा जाता है, हर रसोई और औषधीय उपयोग के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. इसकी ताजा पत्तियां चटनी, सलाद, पेय पदार्थ और हर्बल चाय में इस्तेमाल की जाती हैं. बाजार से बार-बार पुदीना खरीदने की बजाय इसे घर पर उगाना आसान और आर्थिक रूप से फायदेमंद है. साथ ही, घर पर उगाया पुदीना पूरी तरह जैविक होता है और इसके पौधों से लंबे समय तक ताजगी भरी पत्तियां मिलती हैं. तो चलिए जानते हैं इसके लिए क्या करना होगा.
पुदीना उगाने के तरीके
पुदीना मुख्य रूप से दो तरीकों से उगाया जा सकता है:
सबसे पहला तरीका है तने की कटिंग से – यह सबसे तेज और आसान तरीका है. बाजार से ताजा पुदीना खरीदें और लगभग 4-6 इंच लंबा तना लें. निचली पत्तियों को हटा कर इसे गिलास पानी में 5-7 दिन रखें. जब जड़ें निकल जाएं, तब इसे गमले या मिट्टी में लगा दें.
दूसरा तरीका है बीज से – बीज से पुदीना उगाना थोड़ा समय लेता है और इसमें सफलता की संभावना कम होती है, लेकिन यह भी एक प्रभावी तरीका है. तैयार मिट्टी में बीज ½ इंच गहराई में बोएं और हल्का पानी दें. 7-15 दिनों में बीज अंकुरित होने लगेंगे.
गमला और मिट्टी का चयन
पुदीना को लगाते समय ध्यान रखें कि यब हल्की धूप या आंशिक छांव वाली जगह में सबसे अच्छा बढ़ता है. इसे गमले, ग्रो बैग या सीधे जमीन में लगाया जा सकता है. गमले की गहराई कम से कम 6-8 इंच होनी चाहिए. मिट्टी हल्की और जलनिकासी वाली होनी चाहिए. इसके लिए 50 फीसदी गार्डन सॉयल, 30 फीसदी रेत या कोकोपीट और 20 फीसदी जैविक खाद मिलाकर इस्तेमाल करें.
पुदीना की देखभाल के टिप्स
- हर 3-4 हफ्ते में हल्की कटाई करें, ताकि पौधा घना और स्वस्थ रहे.
- अगर पत्तियां हल्की पीली हो रही हैं, तो मिट्टी में जैविक खाद डालें.
- अधिक पानी देने से बचें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं.
- पौधे को समय-समय पर ट्रांसप्लांट करें, ताकि इसका विकास सही ढंग से हो.
पुदीना उगाने के फायदे
घर पर उगाया पुदीना न केवल ताजा और स्वच्छ होता है, बल्कि यह आपके रसोई में हमेशा उपलब्ध रहता है. इसके अलावा, पुदीना सेहत के लिए भी फायदेमंद है, यह पाचन में मदद करता है, ठंड और गले की खराश में आराम देता है, और मानसिक ताजगी भी बढ़ाता है.
इस आसान विधि को अपनाकर आप अपने घर में सुंदर, घना और ताजा पुदीना उगा सकते हैं. यह न केवल आपकी रसोई को हरा-भरा बनाएगा, बल्कि स्वास्थ्य और स्वाद दोनों में भी चार चांद लगाएगा.