अब खेत की जरूरत नहीं, गमले में उगाएं अंगूर! जानें कैसे करें पौधे की सही देखभाल

अंगूर उगाने के लिए अब बड़े बाग या खेत की जरूरत नहीं है. आप अपनी बालकनी, छत या आंगन में छोटे गमले में भी अंगूर उगा सकते हैं. यह न केवल आपको ताजे और जैविक फल देगा, बल्कि आपके घर को हरा-भरा और सुंदर भी बनाएगा

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 29 Sep, 2025 | 08:58 AM

Gardening Tips: अगर आपको अपने घर पर फल लगाने का शौक है, तो अंगूर एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इसे उगाने के लिए अब बड़े बाग या खेत की जरूरत नहीं है. आप अपनी बालकनी, छत या आंगन में छोटे गमले में भी अंगूर उगा सकते हैं. यह न केवल आपको ताजे और जैविक फल देगा, बल्कि आपके घर को हरा-भरा और सुंदर भी बनाएगा. सही देखभाल और थोड़े सी मेहनत से आप कुछ ही महीनों में अपनी गमले वाली बेल पर हरे पत्तों और रसीले अंगूरों का आनंद ले सकते हैं. आइए जानते हैं कि गमले में अंगूर उगाने के लिए किन आसान तरीकों और सावधानियों का पालन करना जरूरी है.

सही गमले का चुनाव

अंगूर की जड़ें गहरी और फैलने वाली होती हैं. इसलिए गमला बड़ा और मजबूत होना चाहिए. बेल लगाने के लिए कम से कम 15-20 इंच गहरा और चौड़ा गमला चुनें, ताकि जड़ों को फैलने की जगह मिले. मिट्टी के गमले या प्लास्टिक के ड्रेन होल वाले गमले इस काम के लिए सही रहते हैं.

उपजाऊ मिट्टी का इस्तेमाल

अंगूर के लिए हल्की, रेतीली और उपजाऊ मिट्टी सबसे अच्छी रहती है. मिट्टी में जैविक खाद, वर्मीकम्पोस्ट या सड़ी-गली गोबर की खाद मिलाने से पौधे को जल्दी बढ़त और फल मिलने में मदद मिलती है. गमले की मिट्टी को ढीला और पोषक तत्वों से भरपूर रखें.

बीज नहीं, कटिंग से लगाएं पौधा

अगर आप जल्दी फल चाहते हैं, तो बीज की बजाय कटिंग से पौधा लगाएं. कटिंग से पौधा जल्दी बढ़ता है और 1-2 साल में फल देने लगता है. कटिंग लगाने के बाद मिट्टी हल्की गीली रखें और तेज धूप से बचाएं, ताकि जड़ें अच्छे से विकसित हो सकें.

धूप और पानी

अंगूर की बेल को कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप चाहिए. इसलिए इसे ऐसी जगह रखें जहां सूरज की रोशनी भरपूर मिले. पानी देने में सावधानी बरतें, क्योंकि ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं. गर्मी में रोज हल्का पानी दें, जबकि बरसात और सर्दी में आवश्यकता अनुसार ही सिंचाई करें.

बेल को सहारा दें

अंगूर की बेल को ऊपर चढ़ने और फैलने के लिए सहारे की जरूरत होती है. इसके लिए लकड़ी या लोहे का ट्रेलिस लगाएं. समय-समय पर सूखी टहनियों और अनावश्यक पत्तों को काटते रहें, ताकि पौधे की ग्रोथ अच्छी हो और अधिक फल लगें.

खाद और कीट नियंत्रण

हर 15-20 दिन में जैविक खाद डालें. घर पर बनी खाद, वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद पौधे के लिए लाभकारी होती है. कीटों से बचाव के लिए केमिकल स्प्रे की बजाय नीम तेल या जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करें. इससे पौधा प्राकृतिक रूप से सुरक्षित रहेगा.

अंगूर कब मिलेंगे

गमले में अंगूर लगाने के बाद पहले साल में पौधा बढ़ेगा. दूसरे साल से फूल और फल दिखने लगेंगे. सही देखभाल करने पर 2-3 साल में अच्छी फसल मिलने लगेगी. जब बेल पूरी तरह विकसित हो जाएगी, तो हर साल आपको ताजे और रसीले अंगूर मिल सकते हैं.

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