Ladli Behna Scheme : सर्दियों की ठंडी हवा के बीच मध्य प्रदेश की लाखों महिलाओं के लिए गर्मजोशी भरी खुशखबरी आई है. आज लाड़ली बहना योजना की 31वीं किस्त जारी कर दी गई और इसके साथ ही 1.26 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में 1857 करोड़ रुपये की राशि सीधे ट्रांसफर की गई. महीने की शुरुआत में मिलने वाला यह आर्थिक सहयोग महिलाओं के लिए बड़े सहारे जैसा होता है, जिससे घर-गृहस्थी, बच्चों की जरूरतें और रोजमर्रा के खर्चों में राहत मिलती है.
1.26 करोड़ महिलाओं को मिला बड़ा लाभ
राज्य सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार की किस्त के लिए कुल 1857 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जो सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से महिलाओं के खातों में पहुंच चुके हैं. लाड़ली बहना योजना की शुरुआत 2023 में हुई थी और तब से अब तक लगातार हर महीने किस्त जारी की जा रही है. पहले इसकी राशि 1000 रुपये थी, बाद में इसे बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति माह कर दिया गया. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और उन्हें छोटे-बड़े खर्चों के लिए आत्मनिर्भर बनाना है.
कौन-कौन महिलाएं बन सकती हैं लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी?
इस योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलता है जो कुछ निर्धारित शर्तें पूरी करती हैं. महिला प्रदेश की निवासी होनी चाहिए. वह विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता हो सकती है. लाभ उठाने के लिए उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए और परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए. यदि परिवार में कोई सदस्य आयकरदाता है या स्थायी सरकारी नौकरी में है, तो उस परिवार की महिला लाभ के लिए पात्र नहीं मानी जाती. सरकार का उद्देश्य है कि यह सहायता उन जरूरतमंद महिलाओं तक पहुंचे जिन्हें वास्तव में आर्थिक सहयोग की जरूरत है.
खाते में पैसा आया या नहीं-इस तरह करें चेक
महिलाएं अपने खाते में किस्त आई या नहीं, इसे कई आसान तरीकों से जांच सकती हैं. पासबुक अपडेट कराना सबसे सरल तरीका है. इसके अलावा बैंक का मिनी स्टेटमेंट निकालकर भी जानकारी ली जा सकती है. आधिकारिक पोर्टल पर जाकर मोबाइल नंबर और ओटीपी के माध्यम से लॉगिन करने के बाद भी किस्त की स्थिति देखी जा सकती है. सरकार ने यह सारी प्रक्रिया आसान इसलिए रखी है ताकि किसी भी लाभार्थी को कोई परेशानी न हो और सभी महिलाओं को समय पर सही जानकारी मिल सके.
महिलाओं की आर्थिक मजबूती की बड़ी पहल
लाड़ली बहना योजना अब तक लाखों महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा का आधार बन चुकी है. हर महीने मिलने वाली यह राशि छोटे खर्चों के साथ-साथ महिलाओं के आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है. सरकार का दावा है कि आने वाले समय में इस योजना को और मजबूत बनाया जाएगा, ताकि हर बहन अपने जीवन में आर्थिक स्वतंत्रता महसूस कर सके.