भारत में गाय हमेशा से सिर्फ एक पशु नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और ग्रामीण जीवन का अहम हिस्सा रही है. अब इसी परंपरा को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ते हुए गॉमिनी (Gomini) नामक नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है. यह सेवा देशी नस्लों की गायों के संरक्षण, जिम्मेदार स्वामित्व और ग्रामीण विकास पर केंद्रित है. गॉमिनी के जरिए शहरी परिवार न सिर्फ गायों से जुड़ सकेंगे, बल्कि उन्हें शुद्ध A2 दूध और पंचगव्य उत्पाद भी मिलेंगे. इसके साथ ही ग्रामीण महिलाएं गायों की देखभाल कर आर्थिक रूप से सशक्त होंगी.
गॉमिनी का शुभारंभ और उद्देश्य
गॉमिनी की शुरुआत अप्रैल 2025 में अर्जुन शर्मा और गौरी शंकर ने की है. इसका मकसद है- देशी गायों की अहमियत को फिर से लोगों तक पहुंचाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना. कंपनी का कहना है कि हर शहरी परिवार को गाय का स्वामित्व देकर ग्रामीण महिलाओं को स्थायी रोजगार दिया जा सकता है. इससे महिलाओं को अपने परिवार का भरण-पोषण करने, आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करने और समाज के विकास में योगदान करने का अवसर मिलेगा.
ग्रामीण महिलाओं और किसानों की भूमिका
गॉमिनी ने एक अनूठा मॉडल अपनाया है. इसमें शहरी परिवार गाय का मालिक होगा, लेकिन उसकी देखभाल ग्रामीण महिलाएं और किसान करेंगे. इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे गाय की सही तरह से देखभाल कर सकें. इस पहल से उन्हें स्थायी आय का स्रोत मिलेगा. कंपनी का मानना है कि जब हर गांव में 500 या उससे अधिक गायें होंगी, तब पूरा गांव आत्मनिर्भर और जैविक खेती पर आधारित बन जाएगा.
आधुनिक तकनीक से जुड़ी देशी गाय
गॉमिनी ने गायों की देखभाल को पूरी तरह से तकनीक से जोड़ दिया है. हर गाय को RFID टैग और ब्लॉकचेन आधारित NFT से जोड़ा गया है ताकि उसका स्वामित्व सुरक्षित रहे. गायों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए IoT डिवाइस लगाए गए हैं, जो उनके खाने-पीने और गतिविधियों की जानकारी देते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम उनके व्यवहार पर नजर रखकर किसी भी परेशानी का समय रहते पता लगा लेता है. साथ ही सीसीटीवी कैमरों से मालिक अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर गाय को लाइव देख सकते हैं. जल्द ही ऑगमेंटेड रियलिटी फीचर भी आने वाला है, जिससे मालिक वर्चुअल तरीके से अपनी गाय के साथ बातचीत कर सकेंगे.
शुद्ध दूध और पंचगव्य उत्पाद
गॉमिनी का मॉडल सिर्फ गाय पालने तक सीमित नहीं है. कंपनी का कहना है कि जो भी परिवार गाय का मालिक बनेगा, उसे सीधे शुद्ध A2 दूध और पंचगव्य पर आधारित उत्पाद मिलेंगे. इन उत्पादों में आयुर्वेद और पारंपरिक पद्धतियों से बने स्वास्थ्यवर्धक सामान शामिल होंगे. इससे न केवल लोगों को शुद्ध और प्राकृतिक चीजें मिलेंगी, बल्कि बाजार में रासायनिक और मिलावटी उत्पादों का विकल्प भी तैयार होगा.
जड़ों से जुड़ने का अवसर
गॉमिनी के संस्थापक और सीईओ अर्जुन शर्मा का कहना है, हमारा मिशन है लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ना और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना. यह गाय और इंसान के बीच पवित्र रिश्ते को नए युग में आगे बढ़ाने का प्रयास है. उनका मानना है कि जैसे-जैसे गॉमिनी के तहत गांव विकसित होंगे, वे पूरी तरह जैविक और रसायन-मुक्त खेती वाले इकोसिस्टम में बदल जाएंगे.
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