भारत के 161 जलाशयों में पानी का इजाफा, जानिए किन राज्यों को मिली सबसे ज्यादा राहत?

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, इस साल मानसून ने 21 मई को जल्दी प्रवेश किया था, लेकिन फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसून कुछ दिनों के लिए रुका हुआ है. इस वजह से जलाशयों में पानी का स्तर अगले सप्ताह भी लगभग स्थिर रहने की संभावना है.

नई दिल्ली | Published: 5 Jun, 2025 | 07:38 PM

देश के 161 प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर लगातार दूसरी हफ्ते बढ़ा है, जो मानसून के सही समय पर आने और बारिश की अच्छी शुरुआत का संकेत है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इन जलाशयों में पानी की कुल भंडारण क्षमता का लगभग 31.13 प्रतिशत हिस्सा अब भरा हुआ है. यह पिछले सप्ताह के 30.33 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर है, जो साफ बताता है कि देश के कई हिस्सों में पानी की स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है.

जलाशयों की कुल स्थिति

भारत के सभी मुख्य जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता लगभग 182.444 अरब क्यूबिक मीटर है, जिनमें इस समय करीब 56.802 अरब क्यूबिक मीटर पानी मौजूद है. यह पिछले साल की तुलना में करीब 38 प्रतिशत ज्यादा है और पिछले दस साल के औसत से भी 29 प्रतिशत अधिक. इससे यह उम्मीद जगती है कि पानी की कमी वाली कई जगहों पर राहत मिल सकती है.

अलग-अलग क्षेत्रों की स्थिति कैसी है?

उत्तर भारत: यहां के 11 जलाशयों में पानी का स्तर कुल क्षमता का लगभग 29 प्रतिशत है. पंजाब में 42 प्रतिशत, हिमाचल में 17 प्रतिशत और राजस्थान में 52 प्रतिशत पानी भरा हुआ है.

पूर्वी क्षेत्र: 27 जलाशयों में जल स्तर करीब 26 प्रतिशत तक पहुंच गया है. असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम जैसे राज्यों में तो जलाशय आधे से ज्यादा भरे हुए हैं, जो खास बात है.

पश्चिमी क्षेत्र: यहां के 50 जलाशयों में जल स्तर थोड़ा घटकर 31 प्रतिशत के आसपास है. महाराष्ट्र और गोवा में सुधार देखने को मिला, लेकिन गुजरात में पानी का स्तर कम हुआ है.

मध्य क्षेत्र: 28 जलाशयों में पानी का स्तर लगभग 31 प्रतिशत है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में जल स्तर अभी भी कम है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह स्थिर है.

दक्षिण भारत: 45 जलाशयों में जल स्तर बढ़कर करीब 34 प्रतिशत हो गया है. तमिलनाडु में सबसे अच्छा हाल है, जहां जलाशय 77 प्रतिशत से ज्यादा भरे हुए हैं. केरल और कर्नाटक में भी जल स्तर में अच्छी बढ़ोतरी हुई है.

आगे क्या होगा?

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, इस साल मानसून ने 21 मई को जल्दी प्रवेश किया था, लेकिन फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसून कुछ दिनों के लिए रुका हुआ है. इस वजह से जलाशयों में पानी का स्तर अगले सप्ताह भी लगभग स्थिर रहने की संभावना है.