सहकारिता विभाग किसानों का बना रहा रजिस्टर, मामूली फीस चुकाकर किसान हासिल करेंगे 27 से ज्यादा योजनाओं के लाभ

किसानों के हितों के लिए सरकार लगातार कोशिशों में लगी रहती है. देश का सहकारिता विभाग भी देश के कोने-कोने से किसानों को सहकारिता से जोड़कर उन्हें सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सहकारिता विभाग ने भी अनोखी पहल की शुरुआत की है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 28 Sep, 2025 | 06:30 PM

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में किसानों को उन्नत किस्म के बीज, खाद की आपूर्ति और कृषि उपकरण समेत अन्य योजनाओं का लाभ देने के लिए सहकारिता विभाग ने अमेठी समेत अन्य जिलों में किसान पंजिका बनाने की शुरुआत की है. बता दें कि, यूपी सरकार की इस पहल के तहत अमेठी में साधन सहकारी समिति की ओर से अन्नदाताओं की किसान पंजिका बनाई जाएगी. इससे किसानों को खाद, बीज, ऋण के साथ ही अन्य योजनाओं का लाभ देने में प्राथमिकती दी जाएगी. किसानों की इस पंजिका में खेती से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज की जाएंगी.

क्या है किसान पंजिका

साधन सहकारी समितियों (बी-पैक्स) की ओर से किसानों के लिए बनाई जाने वाली पंजिका एक तरह की पर्सनल डायरी होगी, जिसमें किसानों का पूरा ब्यौरा दर्ज किया जाएगा. इस पंजिका में किसान की पहचान और उसकी खेती का पूरी जानकारी लिखी होगी. साथ ही किसानों द्वारा खेती के लिए इस्तेमाल की गई खाद, बीज, कीटनाशकों की खरीद और लोन आदि की जानकारी भी दर्ज की जाएगी. इसके अलावा किसान ने MSP पर धान और गेहूं की जो बिक्री की होगा, उसका भी सारा रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा. बता दें कि, किसान पंजिका के तहत किसानों को 10 अंकों की यूनिक ID भी दी जाएगी.

कैसे होगा किसानों को फायदा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जो भी किसान इस समितियों के सदस्य बनेंगे और जिनकी किसान पंजिका बनाई जाएगी, उन किसानों को खाद, बीज और लोन देने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही सरकार की ओर से धान और गेहूं जैसी फसलों की MSP खरीद पर इन किसानों को अपनी उपज बेचने का मौका पहले मिलेगा. इसके अलावा सहकारी समितियों द्वारा चलाई जा रहीं सभी योजनाओं का फायदा सबसे पहले इन सदस्य किसानों को दिया जाएगा.

सदस्य बनने के लिए देना होगी मामूली फीस

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में 76 बी-पैक्स समितियां सुचारू रूप से चल रही हैं. जो भी किसान इन समितियों के सदस्य बनना चाहते हैं उनके लिए खास 12 सिंतबर से 12 अक्टूबर 2025 तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस विशेष अभियान के तहत, जो भी किसान बी-पैक्स समिति का सदस्य बनना चाहते हैं, उन्हें 226 रुपये फीस के तौर पर देने होंगे. बता दें कि, सरकार की तरफ से अकेले अमेठी जिले में 20 हजार से ज्यादा किसानों को समिति का सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. जिले में पहले भी बड़ी संख्या में किसानों को समितियों का सदस्य बनाया जा चुका है.  इस समिति के सदस्य बनने के लिए आवेदक की उम्र 18 साल से ऊपर होनी चाहिए.

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Published: 28 Sep, 2025 | 06:30 PM

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