भारत में दूध, अंडा, मांस और ऊन उत्पादन में भारी उछाल, BAHS 2025 ने जारी किए नए आंकड़े

BAHS 2025 रिपोर्ट में भारत के पशुपालन सेक्टर में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दूध, अंडे, मांस और ऊन-चारों क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ा है, जिससे किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था दोनों मजबूत हुए हैं. राज्यवार आंकड़े बताते हैं कि देश में पशुधन उत्पादन लगातार बेहतर हो रहा है और लोगों की उपलब्धता भी बढ़ी है.

नोएडा | Updated On: 1 Dec, 2025 | 07:55 PM

भारत में पशुपालन सिर्फ खेती का एक हिस्सा नहीं, बल्कि करोड़ों परिवारों की आय, पोषण और रोजगार का आधार है. यही कारण है कि हर साल इस सेक्टर के आंकड़ों पर देशभर की नजर रहती है. इस बार BAHS 2025 (Basic Animal Husbandry Statistics) रिपोर्ट ने ऐसे आंकड़े पेश किए हैं, जिन्होंने किसानों और पशुपालकों में नई उम्मीद जगा दी है. दूध से लेकर अंडे, मांस और ऊन तक-हर क्षेत्र में भारत ने शानदार बढ़त दर्ज की है. इन आंकड़ों से साफ होता है कि आने वाले वर्षों में पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेगा.

दूध उत्पादन में भारत फिर नंबर-1

मूल पशुपालन सांख्यिकी (BAHS 2025) के रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने एक बार फिर दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक  देश होने का रुतबा बनाए रखा है. साल 2024-25 में देश ने 247.87 मिलियन टन दूध का उत्पादन किया, जो पिछले साल से 3.58 फीसदी ज्यादा है. दूध की उपलब्धता भी बढ़ी है. पहले जहां प्रति व्यक्ति 468 ग्राम प्रतिदिन दूध मिलता था, वहीं अब यह बढ़कर 485 ग्राम प्रतिदिन हो गया है. सबसे ज्यादा दूध देने वाले राज्य-उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र मिलकर देश के कुल दूध उत्पादन का 54 फीसदी से ज्यादा हिस्सा देते हैं. दूध का उत्पादन इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि:-

ऊन उत्पादन

अंडा उत्पादन में भी बड़ी छलांग, 149 बिलियन अंडों का रिकॉर्ड

भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अंडा उत्पादक  देश है. सांख्यिकी के अनुसार, 2024-25 में 149.11 बिलियन अंडे बनाए गए-यह पिछले साल से 4.44 फीसदी ज्यादा है. पर कैपिटा अंडा उपलब्धता बढ़कर 106 अंडे प्रति व्यक्ति सालाना हो गई है. अंडों के उत्पादन में भारत के दक्षिणी राज्य फिर आगे रहे.

मिलकर देश के कुल अंडा उत्पादन का 64 फीसदी से ज्यादा हिस्सा देते हैं. इस सेक्टर में कमर्शियल पोल्ट्री का दबदबा काफी मजबूत है-यह 84.49 फीसदी अंडे देता है, जबकि 15.51 फीसदी हिस्सेदारी बैकयार्ड पोल्ट्री की है, जो ग्रामीण पोषण और छोटे किसानों के लिए बहुत अहम है.

मांस उत्पादन में लगातार बढ़त, पोल्ट्री का राज

भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मांस उत्पादक  देश है. 2024-25 में देश ने 10.50 मिलियन टन मांस बनाया, जो 2.46 फीसदी की बढ़त दर्शाता है. सबसे ज्यादा योगदान पोल्ट्री सेक्टर का रहा, जिसने अकेले 5.18 मिलियन टन यानी कुल उत्पादन का लगभग 50 फीसदी हिस्सा दिया. सबसे आगे रहे राज्य-पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना-जो कुल उत्पादन का 57.55 फीसदी हिस्सा देते हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि पोल्ट्री फ़ार्मिंग ग्रामीण युवाओं के लिए लगातार आकर्षक रोजगार बन रही है.

ऊन उत्पादन

ऊन उत्पादन में राजस्थान नंबर-1

भारत में ऊन उत्पादन  भी बढ़त के साथ दर्ज हुआ. 2024–25 में देश ने 34.57 मिलियन किलोग्राम ऊन बनाया, जो 2.63 फीसदी की वार्षिक वृद्धि है. राजस्थान इस बार भी देश के ऊन उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र बना रहा और अकेले 47.85 फीसदी ऊन उत्पादन दिया. अन्य प्रमुख राज्य-जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश-मिलकर भारत के कुल ऊन उत्पादन का 85 फीसदी से अधिक हिस्सा देते हैं. ये आंकड़े बताते हैं कि भेड़ पालन भी ग्रामीण परिवारों के लिए स्थिर आय का बेहतर जरिया बन रहा है.

रिपोर्ट क्यों खास है?

BAHS 2025 रिपोर्ट केवल आंकड़ों का संग्रह नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था  की असली तस्वीर दिखाने वाला दस्तावेज है. किसानों की आय बढ़ रही है, रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं, पोषण में सुधार  हुआ है और देश की पशुधन क्षमता और मजबूत हुई है. यह रिपोर्ट साफ दर्शाती है कि भारत का पशुपालन सेक्टर सिर्फ बढ़ नहीं रहा, बल्कि नए अवसर भी पैदा कर रहा है.

Published: 1 Dec, 2025 | 10:22 PM

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