फसलों को अच्छी तरह से बढ़ने के लिए सही और भरपूर पोषण की जरूरत होता है, साथ ही उनके उत्पादन में मिट्टी की भी अहम भूमिका होती है. ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे अपनी फसल को भरपूर पोषण दें ताकि अच्छी पैदावार ले सकें और कमाई भी कर सकें. वैसे को किसान बाजार में उपलब्ध महंगे उर्वरकों और दवाओं से फसलों को पोषण देते हैं लेकिन कुछ देशी नुस्खे भी होते हैं जो कि कम खर्च में खेत की मिट्टी को सुधार कर फसलों को पोषण देते हैं. हम बात कर कर रहे हैं फिटकरी की, जिसके इस्तेमाल से मिट्टी तो सुधरती ही है बल्कि ये एक कीटनाशक का भी काम करता है. बता दें कि, इसमें मौजूद साइट्रिक एसिड, इसे फसलों के लिए फायदेमंद बनाता है.
कीटों के नियंत्रण में होती है मदद
फिटकरी के इस्तेमाल से मिट्टी का pH मान सुधरता है. फिटकरी का रासायनिक नाम पोटैशियम एलुमिनियम सल्फेट है, जो मिट्टी और फसलों की सेहत सुधारने के लिए एक कारगर कीटनाशक और पोषक तत्व है. अगर मिट्टी का pH 7 से ऊपर है तो फिचटरी के इस्तेमाल से इसे कम किया जा सकता है. धान की खेती में फिटकरी का विशेष महत्व है. यह जड़ गलन जैसी बीमारियों से बचाव करती है, दीमक और खतरनाक कीटों को नियंत्रित करती है, जिससे फसल का विकास बेहतर होता है और कल्लों की संख्या में वृद्धि होती है. पौधों को मजबूत, हरा-भरा और फूल-फल देने लायक बनाने में भी फिटकरी का इस्तेमाल होता है.
ऐसे करें फिटकरी का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुवाई से पहले 15 से 20 किलोग्राम फिटकरी को 200 लीटर पानी में 6 घंटे तक भिगोकर फसल पर उसका छिड़काव करना चाहिए. अगर किसान छिड़काव के लिए स्प्रे विधि का इस्तेमाल कर रहे हैं तो 230 से 300 ग्राम फिटकरी को 10 लीटर पानी में घोलकर फसलों पर इस घोल का छिड़काव करें. लेकिन किसानों को ध्यान रखना होगा कि अम्लीय मिट्टी में फिटकरी का इस्तेमाल न करें और सीधे पत्तों पर छिड़काव न करें, क्योंकि इससे पत्ते जल सकते हैं.
पानी की सफाई
फिटकरी पानी को भी शुद्ध करती है, इसलिए सिंचाई के पानी में फिटकरी मिलाना पौधों के लिए काफी फायदेमंद होता है. यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है जो किसानों को उनकी फसल की सेहत सुधारने में मदद करता है.बता दें कि, बीज उपचार में भी फिटकरी बेहद कारगर साबित होती है. बीज की बुवाई से पहले फिटकरी के हल्के घोल में बीजों को भिगोने से उनमें मौजूद कीटाणु नष्ट हो जाते हैं, साथी ही अंकुरण दर में भी सुधार होता है.