सोयाबीन की मांग बाजार में हर समय बनी रहती है. किसान भी सोयाबीन की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. इसकी खेती से उन्हें अच्छी पैदावार तो मिलती ही है साथ ही उत्पादन भी अच्छा होता है.लेकिन सोयाबीन की खेती से अच्छा मुनाफा और उपज पाने के लिए जरूरी है कि किसान सोयाबीन की उन्नत किस्मों की बुवाई करें. सोयाबीन की ऐसी ही एक किस्म है सोयाबीन केडीएस- 726 (Soyabean KDS-726). सोयाबीन की यह किस्म कम दिनों में ज्यादा पैदावार देने वाली किस्म है. खबर में आगे बात कर लेते हैं किसान कहां से इस किस्म के बीज सस्ते में खरीद सकते हैं और क्या है इस किस्म की खासियत.
राष्ट्रीय बीज निगम से सस्ते में खरीदें बीज
किसान अब व्यावसायिक फसलों की खेती कर अच्छी कमाई करते हैं. सरकार भी किसानों को आर्थिक तौर से मजबूत बनाने के लिए कई योजनाएं चलाती है साथ ही हर संभव मदद भी करती है. इसी कड़ी में व्यावसायिक फसलों के बीज बाजार से सस्ती कीमत पर राष्ट्रीय बीज निगम किसानों को ऑनलाइन उपलब्ध कराता है. सोयाबीन केडीएस- 726 के 30 किलोग्राम बीज का पैकेट 3,402 रुपये का है जबकि किसानों की सहूलियत के लिए राष्ट्रीय बीन निगम यही 30 किलोग्राम का पैकेट मात्र 2,400 रुपये में उपलब्ध करा रहा है. किसान चाहें तो ऑनलाइन इनका ऑर्डर कर सकते हैं.

30 KG Seeds packet of Soyabean KDS-726
क्या है सोयाबीन केडीएस-726 की खासियत
सोयाबीन की किस्म केडीएस-726 को फुले संगम के नाम से भी जाना जाता है. इस किस्म को साल 2016 में महाराष्ट्र के राहुरा में स्थित महात्मा फुले कृषि विश्वविद्याल द्वारा विकसित किया गया था. इस किस्म की खासियत है कि यह बुवाई के 105 से 110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. ये सोयाबीन में होना वाली आम बीमारी रस्ट के प्रतिरोधी है. बता दें कि सोयाबीन केडीएस-726 की फलियों में चटकने की समस्या से नहीं होती जो कि इसके बाकी किस्मों से अलग बनाती है.
10 क्विंटल तक हो सकती है पैदावार
सोयाबीन केडीएस-726 एक अच्छी उपज देने वाली किस्म है जो कि बुवाई के लगभग 100 से 110 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है. बात करें इसकी उपज की तो इसकी प्रति एकड़ फसल से किसान करीब 9 से 10 क्विंटल तक पैदावार कर सकते हैं. बता दें कि सोयाबीन की पारंपरिक किस्मों के मुकाबले ये 20 से 30 फीसदी ज्यादा और अच्छी उपज देती है. इसकी खेती के लिए महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्य सही हैं.