सरकार के वादे के बावजूद किसानों को नहीं मिल रहा उर्वरक, एक बोरी खाद के लिए घंटों कर रहे इंतजार

तेलंगाना के वारंगल और महबूबाबाद में किसानों को समय पर उर्वरक नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ठंड में लंबी कतारों में खड़े किसानों ने अधिकारियों की उदासीनता पर नाराजगी जताई और सड़क पर प्रदर्शन किया. पिछले सीजन जैसी समस्याएं इस बार भी दोहराई गई हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 28 Dec, 2025 | 10:26 AM
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Telangana News: तेलंगाना के वारंगल जिले में कांग्रेस सरकार द्वारा ऐप-आधारित उर्वरक आपूर्ति प्रणाली लाने के बड़े दावों के बावजूद किसानों का समय पर प्रयाप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है. किसानों को एक बोरी खाद के लिए अलग-अलग जगहों पर लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है. शनिवार को ठंडे मौसम में भी किसान, खासकर महिलाएं, खिला वारंगल के प्राइमरी एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसाइटी (PACS) केंद्र में बड़ी संख्या में पहुंचे. केंद्र खुलने से पहले ही किसान कतारों में लग गए थे, ताकि उर्वरक के बैग मिल सकें.

तेलंगाना डुटे की रिपोर्ट के मुताबिक, खाद नहीं मिलने पर कई किसानों ने अधिकारियों पर नाराजगी जताई. किसानों का कहना था कि मौसम शुरू होने से पहले पर्याप्त उर्वरक का इंतजाम नहीं किया गया. पिछले सीजन में किसानों को हुई परेशानियों से सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा. इस सीजन में वही समस्याएं फिर से सामने आई हैं. किसान केंद्र पर पूछते नजर आए कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है.

नाराज किसानों ने सड़क पर प्रदर्शन भी किया

इसी तरह, महबूबाबाद के PACS केंद्र में शुक्रवार को बुजुर्ग किसान अपनी बारी का इंतजार करते हुए सोशल मीडिया  पर वीडियो और तस्वीरों में दिखाई दिए. वेम्नूर, उत्तराथांडा, इदुलापुसपल्ली, शनिगराम और अन्य क्षेत्रों के कई किसानों ने कहा कि वे लगातार PACS केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन स्टॉक नहीं था. ठंड सहन न कर पाने के कारण किसान कम्बल ओढ़कर कतार में खड़े नजर आए. सुबह से कतार में खड़े रहने के बाद अधिकारियों ने किसानों को कहा कि स्टॉक अभी केंद्र पर नहीं आया है. उर्वरक आपूर्ति में अधिकारियों की उदासीनता से नाराज किसानों ने सड़क पर प्रदर्शन भी किया, जिससे शहर में ट्रैफिक बाधित हो गया.

यूरिया वितरण के लिए नया मोबाइल ऐप लॉन्च

बता दें कि हाल ही में तेलंगाना के निजामाबाद में कृषि विभाग ने यूरिया वितरण के लिए नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है. अब किसान इस ऐप के जरिए यूरिया ऑनलाइन बुक कर सकते हैं. पट्टेदार पासबुक वाले किसान और बिना दस्तावेज वाले किरायेदार किसान भी बुकिंग कर सकते हैं. किरायेदार किसानों की बुकिंग जमीन मालिक की पुष्टि पर वैध मानी जाएगी, जबकि बिना दस्तावेज वाले किसानों के लिए धान बिक्री के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी. इस नए सिस्टम के तहत किसानों को फर्टिलाइजर दुकान  पर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बस बुकिंग की जानकारी और वन-टाइम पासवर्ड लेकर यूरिया ले जा सकते हैं. 

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Published: 28 Dec, 2025 | 10:07 AM

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