क्या सच में खाद की किल्लत हो गई है? 580 दुकानों को नोटिस जारी.. कृषि मंत्री ने पेश किए आंकड़े

यूपी में खाद की कमी को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. ऐसे में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खाद उपलब्धता और स्टॉक के आंकड़े जारी किए हैं और बताया है कि कितनी दुकानों पर कार्रवाई की गई है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 10 Jul, 2025 | 04:55 PM

खरीफ सीजन की फसलों के लिए यूरिया, डीएपी समेत अन्य खादों की जरूरत किसानों को है. उत्तर प्रदेश में कई जिलों में खाद दुकानों पर किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है. जबकि, किसानों का आरोप है कि कई जगह पर तय से ज्यादा दाम वसूला जा रहा है. वहीं, खाद की कमी को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खाद उपलब्धता और स्टॉक के आंकड़े जारी करते हुए कमी को सिरे से खारिज कर दिया है.

2 दर्जन लाइसेंस जब्त और एफआईआर दर्ज

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि किसानों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से समुचित प्रबंध किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन दुकानों से ओवररेटिंग की शिकायत मिली है वहां पर छापामार कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि बीते कई सप्ताह से राज्य के अलग-अलग शहरों में कृषि मंत्री और कृषि अधिकारी खाद बीज के गोदामों और दुकानों पर जांच अभियान चला रहे हैं. जिसके चलते अनियमितता मिलने पर अब तक 2 दर्जन से ज्यादा गोदाम और दुकानों पर लाइसेंस जब्त करने समेत एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई है.

580 खाद विक्रेताओं को नोटिस जारी

खाद बिक्री करने में अनियमितता और कालाबाजारी की शिकायतों पर सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कड़ी कार्रवाई की है. अब तक 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 580 फुटकर विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र में शिकायतें मिलने पर जांच के बाद जिला कृषि अधिकारी बलरामपुर को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही एक अन्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उससे पहले सीतापुर के जिला कृषि अधिकारी को भी निलंबित किया गया है.

खरीफ बुवाई के लिए पर्याप्त खाद उपलब्ध- कृषि मंत्री

कृषि मंत्री ने बताया कि आज प्रदेश में सहकारिता व निजी क्षेत्र के बिक्री केन्द्रों पर 14.59 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है. इसके अलावा 5.63 लाख मीट्रिक टन फास्फेटिक (डीएपी, एनपीके) उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. कृषि मंत्री ने बताया कि मण्डलवार आंकड़ों के अनुसार सर्वाधिक यूरिया लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर और बरेली मण्डलों में उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि 08 जुलाई 2025 को ही कुल 32,700 मीट्रिक टन यूरिया तथा 6,566 मीट्रिक टन डीएपी और 3,559 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक किसानों ने खरीदे हैं.

पिछले साल से ज्यादा है यूरिया का स्टॉक

उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र के रिटेल प्वाइंट पर 1.13 लाख मीट्रिक टन यूरिया तथा जनपदों के बफर गोदामों में 1.89 लाख मीट्रिक टन यूरिया स्टॉक किया गया है. डीएपी व एनपीके की भी समान रूप से उपलब्धता सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष खरीफ में 32.84 लाख मीट्रिक टन यूरिया की खपत हुई थी, इस बार उससे अधिक स्टॉक मौजूद है.

किसानों की मदद के लिए कंट्रोल रूम बनाया

किसानों को किसी अन्य उत्पाद की टैगिंग कर जबरन उर्वरक बेचने की शिकायत मिलती है तो संबंधित दोषियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाएगी. शिकायत दर्ज करने और कार्रवाई के लिए मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जिनके हेल्पालाइन नंबर 0522-2209650 हैं. इसके साथ ही जनपदों में जिलाधिकारी कार्यालयों में भी किसान शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

धान-मक्का बुवाई का टारगेट बढ़ा

कृषि मंत्री ने बताया कि इस वर्ष खरीफ 2025 में 106.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की बुवाई का टारगेट है, जिसमें अब तक धान की बुवाई 48 फीसदी हिस्से में हो चुकी है. जबकि, मक्का की बुवाई 51 फीसदी में हो गई है. इसी तरह दलहन 41 फीसदी, तिलहन 40 फीसदी और श्रीअन्न की बुवाई 29 फीसदी पूरी हो चुकी है. इस बार अच्छी मॉनसूनी बारिश को देखते हुए अच्छी पैदावार होने का अनुमान है.

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Published: 10 Jul, 2025 | 04:55 PM

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