Most expensive pineapple: सोचिए, आपके सामने एक अनानास रखा हो. दिखने में बिल्कुल साधारण, लेकिन उसकी कीमत इतनी हो कि उसी रकम में एक लग्जरी कार आ जाए. सुनने में अजीब लगता है, लेकिन यह हकीकत है. दुनिया में एक ऐसा अनानास उगाया जाता है, जो सिर्फ खाने की चीज नहीं, बल्कि धैर्य, विज्ञान, परंपरा और इंसानी जिद का प्रतीक बन चुका है. यह अनोखा अनानास बताता है कि जब मेहनत और सोच अलग हो, तो साधारण चीज भी असाधारण बन सकती है. इसे हेलिगन अनानास कहा जाता है, जो इंग्लैंड के कॉर्नवॉल में स्थित The Lost Gardens of Heligan में उगाया जाता है.
शाही दौर से जुड़ी है इसकी कहानी
हेलिगन अनानास की कहानी करीब दो सौ साल पुरानी है. साल 1819 में ब्रिटेन में पहली बार इसे उगाने की कोशिश की गई थी. उस समय अनानास को शाही फल माना जाता था और इसे धन, प्रतिष्ठा और वैभव का प्रतीक समझा जाता था. यूरोप की ठंडी जलवायु में अनानास उगाना लगभग असंभव माना जाता था, लेकिन वैज्ञानिकों और बागवानों ने हार नहीं मानी. उन्होंने ऐसी तकनीकें विकसित कीं, जिनसे यह असंभव काम संभव बन सका.
अनोखी तकनीक से होती है खेती
हेलिगन अनानास को खुले खेत में नहीं उगाया जाता. इसके लिए जमीन के भीतर खास गड्ढे बनाए जाते हैं, जिन्हें “पाइनएप्पल पिट” कहा जाता है. इन गड्ढों में घोड़े की खाद, जैविक पदार्थ और मिट्टी की खास परतें डाली जाती हैं. अंदर तापमान नियंत्रित रखने के लिए हीटर का इस्तेमाल होता है, ताकि फल को उष्णकटिबंधीय माहौल मिल सके. यही वजह है कि एक-एक अनानास को तैयार होने में लगभग दो साल लग जाते हैं.
क्यों है कीमत इतनी ज्यादा
इस अनानास की कीमत सिर्फ उसके स्वाद की वजह से नहीं, बल्कि उसकी दुर्लभता और मेहनत के कारण है. साल में यहां बहुत सीमित संख्या में ही फल तैयार होते हैं. हर अनानास पर महीनों तक निगरानी रखी जाती है और उसे कला के एक नमूने की तरह संभाला जाता है. यही कारण है कि एक हेलिगन अनानास की कीमत करीब एक हजार पाउंड यानी भारत में एक लाख रुपये से ज्यादा होती है.
नीलामी में पहुंचती है कीमत 10 लाख रुपये तक
आज भी यह अनोखा अनानास आम बाजार में नहीं बिकता. इसे खास नीलामी के जरिए बेचा जाता है. दुर्लभता, ऐतिहासिक महत्व और शाही पहचान के चलते कई बार इसकी कीमत 5 से 10 लाख रुपये तक पहुंच जाती है. इसे खरीदने वाले लोग इसे खाने से ज्यादा एक विरासत के रूप में देखते हैं.
फल नहीं, मेहनत की मिसाल
हेलिगन अनानास हमें यह सिखाता है कि अगर मेहनत, धैर्य और सही तकनीक हो, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है. यह सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि मानव जिज्ञासा, विज्ञान और परंपरा का खूबसूरत संगम है, जिसने दुनिया के सबसे महंगे फलों में अपनी खास पहचान बना ली है.