Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी में 2013 जैसी तबाही, धराली में दो बार फटे बादल, गांव हुआ मलबे में तब्दील

उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची. खीर गंगा के ऊपर दो बार बादल फटने से आई बाढ़ में कई मकान और दुकानें बह गए. अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, कई लापता हैं.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 5 Aug, 2025 | 07:33 PM

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल क्षेत्र में स्थित धराली गांव में बड़ी प्राकृतिक आपदा देखने को मिली. खीर गंगा के ऊपर बादल फटने से आई भारी बाढ़ ने पूरा धराली कस्बा तबाह कर दिया. इस हादसे में कई मकान और दुकानें बह गईं, जबकि जान-माल के भारी नुकसान की आशंका है. चश्मदीदों ने बताया कि एक नहीं, बल्कि दो बार बादल फटे, जिससे हालात और भी भयावह हो गए. खबर लिखे जाने तक घटना में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी थी, कई अभी भी लापता हैं.

SDRF की 10 से ज्यादा टीमें राहत-बचाव में जुटीं

घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) की 10 से अधिक टीमें तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना की गई हैं. पोस्ट गंगोत्री और भटवाड़ी की टीमें पहले ही मौके पर पहुंच चुकी हैं और स्थानीय प्रशासन व पुलिस के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.

इन टीमों के साथ जॉलीग्रांट एयरबेस से 50 अतिरिक्त जवान विशेष उपकरणों के साथ भेजे गए हैं, जिनमें शामिल हैं

  • विक्टिम लोकेटिंग कैमरा
  • थर्मल इमेजिंग कैमरा
  • कटिंग टूल्स
  • डायमंड चैन सॉ
  • मेडिकल किट्स
  • सैटेलाइट फोन

इसके अलावा ढालवाला, चिन्यालीसौड़ और उजेली से भी टीमें मौके के लिए रवाना हो चुकी हैं.

PM मोदी ने जताई संवेदना, मुख्यमंत्री से ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने एक बयान में कहा, उत्तरकाशी के धराली में हुई इस दुखद घटना से मैं बेहद व्यथित हूं. सभी प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना है. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है. राहत टीमें सक्रिय हैं और हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने के प्रयास हो रहे हैं. पीएम का यह संदेश प्रभावितों के लिए संवेदनात्मक सहारा बना है.

मुख्यमंत्री धामी ने कहा स्थिति पर कड़ी निगरानी, हर संभव मदद दी जाएगी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी घटना पर दुख जताया है और कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है. उन्होंने कहा, सेना, SDRF, NDRF और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. मैं लगातार अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ले रहा हूं और प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि धराली गंगोत्री धाम से केवल 20 किलोमीटर पहले स्थित है और चारधाम यात्रा का एक अहम पड़ाव है.

प्रत्यक्षदर्शी बोलेदो बार फटा बादल, मिनटों में बह गए मकान और होटल

घटना के चश्मदीद ने बताया कि यह कोई सामान्य बारिश नहीं थी. खीर गंगा के जलग्रहण क्षेत्र के ऊपर एक नहीं दो बार बादल फटे. अचानक नदी का जलस्तर बहुत बढ़ गया. भारी मलबे और पानी ने रास्ते में आए घरों, दुकानों और होटलों को बहा दिया. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भी देखा गया कि तेजी से बहते पानी में बड़े-बड़े मकान चंद सेकंड में ढह गए.

फ्लैश फ्लड का खतरा, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया

उत्तरकाशी की एसपी सरिता डोबाल ने बताया कि इस आपदा से धराली कस्बा लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. आपदा से हर्षिल के पास भागीरथी नदी पर अस्थायी झील बनने की भी खबर है, जिससे नीचे के क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड आने की संभावना जताई गई है. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए भागीरथी नदी के किनारे रहने वाले लोगों से घर खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है.

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