अगर रखते हैं गार्डेनिंग का शौक, तो जानें कौन से गमले हैं सबसे बेस्ट

कई बार लोगों की होम गार्डेनिंग से जुड़ी सही जानकारी नहीं होती है जिसके कारण उनके गार्डेन में लगे फूल और पौधे मुकझाने लगते हैं. ऐसे में इस बात का ध्यान रखाना बेहद जरूरी है कि आप किस पौधों को किस तरह के गमले में लगा रहे हैं.

नोएडा | Published: 10 May, 2025 | 05:46 PM

आज के समय में लोगों के बीच गार्डेनिंग का शौक काफी तेजी से बढ़ रहा है. घर को खूबसूरत और माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए आजकल कई लोग आंगन, बालकनी और छतों पर गार्डनिंग करते हैं. लेकिन कई बार लोगों की होम गार्डेनिंग से जुड़ी सही जानकारी नहीं होती है जिसके कारण उनके गार्डेन में लगे फूल और पौधे मुरझाने लगते हैं. ऐसे में इस बात का ध्यान रखाना बेहद जरूरी है कि आप किस पौधों को किस तरह के गमले में लगा रहे हैं. बहुत से लोगों को पता ही नहीं होता है कि गार्डनिंग के लिए प्लास्टिक, सीमेंट या फिर मिट्टी के गमले में से कौन सा बेस्ट है, तो आइए जानते हैं गार्डनिंग में कौन सा गमला आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा.

प्लास्टिक का गमला

प्लास्टिक का गमला देखने में बहुत अच्छा लगता है, इसके साथ ही इसकी कीमत भी कम होती है. बाजार में आपको कई अलग-अलग रंग और डिजाइन के प्लास्टिक के गमले मिल जाएंगे. आप प्लास्टिक के गमले में अपने पौधो को लगा सकते हैं. प्लास्टिक के गमले को ऐसी जगह रखें जहां 3 से 4 घंटे की धूप लगे. लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि आप पौधे को ऐसी जगह न रखें जहां 6 से 8 घंटे की धूप न लगे. ज्यादा मात्रा में धूप लगने के कारण प्लास्टिक का गमला गर्म हो जाता है. जिससे पौधों की जड़ें भी गर्म हो जाती हैं और पौधे खराब हो जाते हैं. इसके साथ ही इस गमले में ना ही वाटर एबजार्ब होता है और ना ही एयर पास होती है.

मजबूत होते हैं सीमेंट के गमले

सीमेंट के गमले की सबसे बड़ी खासियत है कि इसको एक बार खरीदने के बाद ये आसानी से 3 से 4 साल तक चलते हैं. साथ ही सीमेंट के गमले में पौधे अच्छे से ग्रो करते हैं. लेकिन सीमेट के गमले की अपनी कुछ चुनौतियां हैं जैसे सीमेंट का गमला बहुत भारी होता है. साफ-सफाई करने के लिए आप इन गमलों को उठा कर इधर-उधर नहीं रख सकते. प्लास्टिक के गमले के मुकाबले ये गमले बहुत बेहतर होते हैं.

गार्डेनिंग के लिए बेस्ट है मिट्टी का गमला

मिट्टी का गमला पौधों के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि इसमें एयर पास होते रहता है, जब बाहर की हवा गमले के अंदर जाती हैं तो रूट को ऑक्सीजन मिलती है. अगर आप पौधों में पानी ज्यादा डाल देते हैं तो मिट्टी का गमला पानी सोख लेता है जिससे पौधे सड़ने का खतरा भी कम हो जाता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका पौधा स्वस्थ रहे तो उसे मिट्टी के गमले में ही लगाएं.