फसल बीमारियों को ड्रोन से कंट्रोल कर रहे किसान, कपास-सोयाबीन पर सटीक रिजल्ट मिले

डॉ. सत्य प्रकाश कुमार ने बताया कि ड्रोन में अब अलग-अलग सेंसर का इस्तेमाल किया जाने लगा है. ड्रोन में लगे ये सेंसर किसानों को फसलों में बीमारियों, पानी की स्थित और पौधों में नाइट्रोजन की कमी के बारे में जानकारी मिलती है.

नोएडा | Updated On: 2 Jun, 2025 | 05:22 AM

आज के आधुनिक समय में देश के किसानों को आधुनिक तकनीकों की मदद से खेती करने के लिए सरकार लगातार बढ़ावा भी दे रही है और किसानों को हर तरह से मदद भी पहुंचा रही है. ड्रोन तकनीक भी इसी का एक हिस्सा है. सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. सत्य प्रकाश कुमार ने बताया कि ड्रोन तकनीक की मदद से किसान अपनी फसलों की निगरानी बेहतर तरीके से कर पा रहे हैं. खाराब मौसम में किसानों के पास ड्रोन सेंसर से सारी जानकारी पहले ही मिल जाती है जिससे किसान अपनी समय रहते अपनी फसलों की सुरक्षा का इंतजाम कर लेते हैं.

किसान कर रहे ड्रोन सेंसर का इस्तेमाल

डॉ. सत्य प्रकाश कुमार ने बताया कि ड्रोन में अब अलग-अलग सेंसर का इस्तेमाल किया जाने लगा है. ड्रोन में लगे ये सेंसर किसानों को फसलों में बीमारियों, पानी की स्थित और पौधों में नाइट्रोजन की कमी के बारे में जानकारी मिलती है. बता दें कि वैज्ञानिक डॉ. सत्य प्रकाश कुमार बीते 9 सालों से ड्रोन पर रिसर्च कर रहे हैं . अपनी रिसर्च के आधार पर उन्होंने ये देखा है कि ड्रोन सेंसरों से मिलने वाली इन जरूरी जानकारियां मिलने के बाद किसान अपनी फसलों को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं और फसलों के विकास के लिए जरूरी कदम उठा पाते हैं.

ड्रोन सेंसर से बीमारियों होती है कंट्रोल

डॉ. सत्य प्रकाश कुमार बताते हैं कि खेत में लगी फसल अगर एक ही समय में एक या दो बीमारियों से संक्रमित हो जाते हैं तो ये ड्रोन सेंसर किसानों को संक्रमित हिस्सों को पता लगाकर किसानों को बताते हैं. सेसर से मिली जानकारी की मदद से किसान फसलों की निगरानी कर पौधों को बचाने के लिए उपाय निकाल कर फसलों को इन बीमारियों से बचा सकते हैं. बता दें कि कॉटन और सोयाबीन के पौधों पर ड्रोन की मदद से बीमारियों को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है.

ड्रोन तकनीक के लाभ

वैज्ञानिक डॉ. सत्य प्रकाश कुमार बताते हैं कि ड्रोन की मदद से किसान लंबी ऊंचाई वाली फसलों पर आसानी से स्प्रे विधि से कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं. ड्रोन की मदद से किसान नैनो यूरिया का छिड़काव भी आसानी से कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि ड्रोन फसलों की निगरानी करने में सबसे ज्यादा मदद करता है. किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है खराब मौसम में फसलों की सुरक्षा करना , ऐसे में ड्रोम किसानों को समय रहते बदलते मौसम की जानकारी देता है जिसकी मदद से किसन आसानी से अपनी फसलों को समय रहते बचा सकते हैं.

Published: 1 Jun, 2025 | 07:41 PM