आज से 63 हजार रुपये सस्ता हो जाएगा 75 HP वाला ट्रैक्टर, खेती की इन 20 मशीनों पर बचेगा मोटा पैसा

22 सितंबर 2025 से केंद्र सरकार द्वारा घोषित कृषि मशीनरी पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) में कटौती लागू हो रही है. इस फैसले से ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और अन्य कृषि उपकरणों की कीमतों में लगभग 7 से 13 प्रतिशत तक की सीधी कमी आएगी.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 22 Sep, 2025 | 08:46 AM

GST Cut 2025: भारत के किसानों के लिए आज का दिन बेहद अहम साबित हो रहा है. 22 सितंबर 2025 से केंद्र सरकार द्वारा घोषित कृषि मशीनरी पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) में कटौती लागू हो रही है. इस फैसले से ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और अन्य कृषि उपकरणों की कीमतों में लगभग 7 से 13 प्रतिशत तक की सीधी कमी आएगी. सरकार का मानना है कि यह कदम खेती को अधिक आधुनिक और किफायती बनाने में मील का पत्थर साबित होगा.

किन कृषि मशीनों पर पड़ेगा असर

GST दर को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे कई महत्वपूर्ण उपकरणों की कीमतें गिरेंगी. इसमें शामिल हैं:

  • ट्रैक्टर (35 HP से 75 HP तक)
  • धान रोपाई मशीन (पैडी ट्रांसप्लांटर)
  • हार्वेस्टर और कंबाइन
  • थ्रेशर और पॉवर टिलर
  • अन्य छोटी-बड़ी कृषि मशीनें और ट्रैक्टर पार्ट्स

इन उपकरणों पर कम टैक्स होने से न केवल नई मशीनें खरीदना आसान होगा, बल्कि मरम्मत और रखरखाव का खर्च भी घटेगा.

tractor gst

अब जीएसटी के 5 फीसदी और 18 फीसदी के सिर्फ दो स्लैब रह गए हैं. pc-pexels

प्रमुख मशीनों पर जीएसटी कटौती से होने वाली बचत

नए नियम लागू होने से किसानों को कितनी बचत होगी, इसे नीचे दी गई टेबल से समझा जा सकता है. इसमें पुराने और नए जीएसटी दरों के साथ कुल कीमत और बचत का तुलनात्मक विवरण दिया गया है.

Sl.No. कृषि मशीनरी एवं उपकरण का नाम कृषि मशीनरी की मूल लागत (रु.) वर्तमान जीएसटी दर 12 प्रतिशत (रु.) 12 प्रतिशत जीएसटी सहित कुल लागत (रु.) आगामी संशोधित जीएसटी दर 5 प्रतिशत (रु.) संशोधित जीएसटी सहित कुल लागत 5 प्रतिशत (रु.) बचत (रु.)
1 ट्रैक्टर 35 HP 5,80,000 69,600 6,50,000 29,000 6,09,000 41,000
2 ट्रैक्टर 45 HP 6,43,000 77,160 7,20,000 32,150 6,75,000 45,000
3 ट्रैक्टर 50 HP 7,59,000 91,080 8,50,000 37,950 7,97,000 53,000
4 ट्रैक्टर 75 HP 8,93,000 1,07,160 10,00,000 44,650 9,37,000 63,000
5 पावर टिलर 13 HP 1,69,643 20,357 1,90,000 8,482 1,78,125 11,875
6 धान रोपाई मशीन – 4 लाइन वॉक बिहाइंड 2,20,000 26,400 2,46,400 11,000 2,31,000 15,400
7 मल्टीक्रॉप थ्रेशर – 4 टन/घंटा क्षमता 2,00,000 24,000 2,24,000 10,000 2,10,000 14,000
8 पावर वीडर – 7.5 HP 78,500 9,420 87,920 3,925 82,425 5,495
9 ट्रेलर 5 टन क्षमता 1,50,000 18,000 1,68,000 7,500 1,57,500 10,500
10 बीज एवं उर्वरक ड्रिल – 11 टाइन 46,000 5,520 51,520 2,300 48,300 3,220
11 बीज एवं उर्वरक ड्रिल – 13 टाइन 62,500 7,500 70,000 3,125 65,625 4,375
12 हार्वेस्टर कंबाइन – 14 फीट कट्टर बार 26,78,571 3,21,428 30,00,000 1,33,928 28,12,500 1,87,500
13 भूसे की हुकनी – 5 फीट 3,12,500 37,500 3,50,000 15,625 3,28,125 21,875
14 सुपर सीडर – 8 फीट 2,41,071 28,928 2,70,000 12,053 2,53,125 16,875
15 हैप्पी सीडर – 10 टाइन 1,51,786 18,214 1,70,000 7,589 1,59,375 10,625
16 रोतावेटर – 6 फीट 1,11,607 13,392 1,25,000 5,580 1,17,187 7,812
17 बैलर स्क्वायर – 6 फीट 13,39,286 1,60,714 15,00,000 66,964 14,06,250 93,750
18 मल्चर – 8 फीट 1,65,179 19,821 1,85,000 8,258 1,73,437 11,562
19 न्यूमैटिक प्लांटर – 4 लाइन 4,68,750 56,250 5,25,000 23,437 4,92,187 32,812
20 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर – 400 लीटर क्षमता 1,33,929 16,071 1,50,000 6,696 1,40,625 9,375

किसानों को कैसे मिलेगा फायदा

कीमत में सीधी कमी – मशीनरी 7–13 प्रतिशत तक सस्ती होने से शुरुआती निवेश घटेगा.

खेती की लागत कम – आधुनिक मशीनों के उपयोग से कम समय में ज्यादा उत्पादन होगा.

किराया दरों में गिरावट – CHC से किराए पर मशीनें लेने वाले छोटे और सीमांत किसान भी बचत करेंगे.

मरम्मत सस्ती – ट्रैक्टर टायर और पार्ट्स पर टैक्स कम होने से मरम्मत का खर्च घटेगा.

किसानों के लिए बड़ा तोहफा

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 19 सितंबर को जीएसटी कटौती की घोषणा करते हुए कहा था कि आज से नई दरें लागू होंगी. उन्होंने सभी उपकरण निर्माता कंपनियों से अपील की है कि इस कर कटौती का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाया जाए. इसका मतलब है कि अब मशीनरी की शुरुआती खरीद कीमत कम होगी और साथ ही कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) से किराए पर लेने की सुविधा भी सस्ती पड़ेगी.

agriculture gst

सरकार ने कहा है कि पुराने स्टॉक पर एमआरपी भले ही ज्यादा हो, लेकिन ये सामान भी नए रेट के हिसाब से ही मिलेंगे. pc.pexels

सरकार की योजनाओं का सहारा

सरकार पहले से ही किसानों को आधुनिक मशीनें उपलब्ध कराने के लिए सब-मिशन ऑन एग्रिकल्चरल मेकनाइजेशन (SMAM) योजना चला रही है. इस योजना के तहत देशभर में करीब 30,000 कस्टम हायरिंग सेंटर संचालित हैं, जो किसानों को मशीनें किराए पर सस्ती दरों पर देते हैं. साथ ही मशीन खरीदने पर किसानों को 40 से 50 प्रतिशत तक वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है.

खेती को आधुनिक बनाने की दिशा

कृषि मंत्री चौहान ने हाल में कहा कि खेती की लागत कम करना और उत्पादन बढ़ाना ही किसानों की आय बढ़ाने का सबसे बड़ा रास्ता है. जीएसटी कटौती से मशीनरी की उपलब्धता और किफायत दोनों बढ़ेंगी. इससे खेती में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ेगा, उत्पादन क्षमता में सुधार होगा और किसानों को अधिक लाभ मिलेगा.

आज से लागू यह निर्णय न केवल किसानों की जेब पर बोझ कम करेगा, बल्कि देश में कृषि यंत्रीकरण को नई रफ्तार देने का काम करेगा.

रिपोर्ट- प्रतिभा सारस्वत

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