GST सुधार से ट्रैक्टर खरीदने पर अब 65 हजार का फायदा, इन कृषि उपकरणों पर भी हजारों की बचत

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खेती की लागत घटाने और मुनाफा बढ़ाने के लिए कृषि उपकरणों पर GST घटाकर 5 फीसदी किया गया है, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिलेगा.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 6 Sep, 2025 | 01:34 PM

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य उदेश्य खेती में लागत को कम करना और मुनाफे को बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि हाल ही में GST में जो सुधार किया गया है, उसका सबसे ज्यादा लाभ किसानों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर सहित तमाम कृषि उपकरणों पर जीएसटी घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया. इससे सभी तरह के ट्रैक्टर सस्ते हो जाएंगे. साथ ही हार्वेस्टर और अन्य कृषि यंत्र की कीमतें भी कम होंगी. ऐसे में आम किसानों को सीधा लाभ होगा. अब वे कम बजट में कृषि उपकरण खरीद पाएंगे.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जीएसटी सुधार से ट्रैक्टर की कीमतें काफी कम हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि अगर पहले कोई ट्रैक्टर 9 लाख रुपये में आता था, अब जीएसटी में सुधार के बाद उसकी कीमत 65 हजार रुपये कम हो गई. यानी अगर किसान 9 लाख रुपये वाले ट्रैक्टर खरीदते हैं, तो अब 65 हजार रुपये की बचत होगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसी तरह 35 HP वाले ट्रैक्टर की कीमत पहले 5 लाख 80 हजार रुपये होती थी. अब अगर किसान 35 HP वाले ट्रैक्टर खरीदते हैं, तो 41 हजार रुपये की बचत होगी.

किस मशीन पर कितने कितना फायदा

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब 45 HP के ट्रैक्टर खरीदने पर 45 हजार रुपये की बचत होगी. इसी तरह 50 HP के ट्रैक्टर पर 53 हजार और 75 HP के ट्रैक्टर पर 63 हजार रुपये की बचत होगी. उन्होंने कहा कि अब पावर टिलर खरीदने पर लगभग 11 हजार 875 रुपये की बचत होगी. जबकि, धान रोपने वाली मशीन पर 15 हजार 400 रुपये की बच होगी. इसी तरह थ्रेसर पर भी 14 हजार रुपये की बचत होगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घास निकलाने वाली मशीन पावर वीडर पर अब किसानों को 5 हजार 495 रुपये की बचत होगी.  उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र सस्ते होने से किसानों को सीधा फायदा होगा. कृषि मंत्री ने कहा कि मक्खन और घी पर भी जीएसटी कम की गई है, इससे भी किसानों को फायदा होगा.

खेती के साथ किसान करें ये काम

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि हमारे देश में किसानों के पास कृषि जोत छोटी है. इसलिए हमारी कोशिश है कि इंटीग्रेटेड फार्मिंग को बढावा दिया जाए. यानी किसान खेती करने के साथ-साथ कृषि से जुड़े काम जैसे बकरी पालन, भेड़ पालन, मछली पालन और मधुमक्खी पालन का काम भी करें. इससे उनकी कमाई में इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इंटीग्रेटेड फार्मिंग सेक्टर को जीएसटी में छूट दी है.  उनके मुताबिक, आने वाले समय में सरकार का ये फैसला किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी में कटौती से लखपति दीदी को भी काफी फायदा मिलेगा.

 

 

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Published: 6 Sep, 2025 | 12:21 PM

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