मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को उनके घर से खाद बुक करने की व्यवस्था की है. दिसंबर 2025 से लागू हुई खाद की होम बुकिंग व्यवस्था के पहले चरण में कई जिलों में इस सुविधा की शुरुआत हो चुकी है. अब नए साल की शुरुआत के साथ ही 1 जनवरी 2025 से मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले के साथ ही ग्वालियर और अन्य जिलों में भी किसान घर बैठे जितनी खाद की जरूरत होगी उतनी बोरियां बुक कर सकेंगे.
नये साल में उर्वरक वितरण के लिए ई-टोकन प्रणाली लागू होगी
अशोकनगर जिले के कलेक्टर आदित्य सिंह के निर्देशानुसार जिले में उर्वरक वितरण के लिए ई-टोकन प्रणाली 1 जनवरी से लागू की जा रही है. इससे किसानों को खाद दुकानों पर लाइन लगाए बिना आसानी से उर्वरक उपलब्ध हो सकेगा. ई-टोकन प्रणाली के तहत किसान अपनी आधार लिंक फार्मर आईडी का उपयोग करके ऑनलाईन टोकन वेबसाइट https://etoken.mpkrishi.org/ पर 1 जनवरी 2026 से घर बैठे पोर्टल से बुक कर सकते हैं.
खाद लेने के लिए ई-टोकन पोर्टल पर डबललॉक केन्द्र, एमपी एग्रो, समितियों (पैक्स), निजी खाद विक्रेताओं को जोड़ा गया है. किसान अपनी सुविधा अनुसार उर्वरक विक्रेता का चयन कर ई-टोकन बुक कर सकते हैं. निर्धारित समय के भीतर वितरण केन्द्र से खाद किसान के घर पर डिलीवर कर दी जाएगी. इस प्रणाली के माध्यम से किसानों को आसानी से खाद प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है.
- पीएम फसल बीमा योजना में बड़ा घोटाला, जालसाजों ने 5 करोड़ रुपये हड़पे.. 26 पर एक्शन और एक सस्पेंड
- प्रदूषण से 2022 में 17 लाख भारतीयों की मौत, पराली बनी वजह या कोई और है कारण, यहां जानिए
- आठवें वेतन आयोग से कितनी बढ़ेगी सैलरी? वेतन दोगुना होगा या भत्ते बढ़ेंगे.. जानिए पूरा गणित
- 60 फीसदी छोटे किसानों तक नहीं पहुंच पा रही वित्तीय मदद, पैसा हासिल करना बन रहा चुनौती
ई-टोकन प्रणाली कैसे काम करती है
इसके लिए किसानों को सबसे पहले पंजीकरण करना होता है और उसके बाद ई-टोकेन हासिल करना होता है. पंजीकरण के लिए किसानों का अपना आधार नंबर एग्री स्टेक पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा. फार्मर आईडी पर रकबा एवं फसल की जानकारी अपडेट होनी जरूरी है. मोबाईल पर ओटीपी के जरिए पंजीयन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
इसके बाद टोकन जनरेशन के लिए किसान की चयनित फसल और उपलब्ध रकबे के अनुसार पोर्टल पर जरूरी उर्वरकों के प्रकार और वितरण केंद्र के चयन करना होगा और इसके बाद स्वचालित रूप से ई-टोकन जारी हो जाएगा. ई-टोकन जनरेट करने के लिए https://etoken.mpkrishi.org/ पोर्टल से ई-विकास प्रणाली के जरिये डेसबोर्ड खुलेगा जहां से ई-टोकन जनरेट करने के लिए आधार नंबर डालना होगा. किसान के आधार से लिंक मोबाईल नंबर पर आई ओटीपी डालने पर किसान की भूमि और पट्टे की जानकारी आएगी. फिर किसान को भूमि के लिए रकबा और फसल तय करना होगा. जिससे खाद की मात्रा वैज्ञानिक आधार पर अपनेआप पोर्टल पर अपडेट होगी.
इसके बाद खाद बिक्री केंद्र, डबललॉक केन्द, एमपी एग्रो, सोसायटी यानी पैक्स और प्राईवेट दुकान का चयन करते ही खाद की उपलब्धता के आधार पर टोकन जनरेट होगा, जिसे केन्द्र पर दिखाने पर खाद मिलेगा.
कब तक उठानी होंगी खाद की बोरियां
किसानों को ई-टोकन जारी के बाद 3 दिनों (72 घण्टे) के भीतर चयनित वितरण केंद्र से खाद की बोरियां उठानी होंगी. अगर किसान समय सीमा के अन्दर खाद नहीं लेता है तो टोकन निरस्त हो जायेगा. खाद के लिए टोकन और लाईन में लगने की जरूरत नहीं रहेगी.
ध्यान रखने योग्य बात
जिन किसानों के पास फार्मर आईडी नहीं हैं उन्हें जल्द से जल्द बनवा लेनी चाहिए. ई-टोकन प्रणाली बहुत ही सरल प्रक्रिया है जिस प्रकार गेहूं, चना, सरसों, उपार्जन हेतु स्लॉट बुकिंग कर अपनी फसल की उपज का उपार्जन, उपार्जन केन्द्रों पर करते हैं उसी प्रकार ई-टोकन प्रणाली कार्य करती है. जिसका लाभ किसानों को मिलेगा.