New GST Reform: आज यानी 22 सितंबर 2025 से केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी बदलावों की नई दरें लागू हो रही हैं. सरकार के इस नए जीएसटी रिफॉर्म में आम जनता के सहूलियतें देने के साथ ही बहुत से कृषि उत्पादों की जीएसटी दरें घटाकर सरकार ने किसानों को भी सहूलियत दी है.बता दें कि, खेती में इस्तेमाल होने वाले स्मार्ट और आधुनिक सिंचाई यंत्रों को सरकार ने नए जीएसटी बदलाव के चलते सस्ता किया है. इस कारण से किसानों के लिए सिंचाई की इन स्मार्ट और आधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल करना आसान हो जाएगा. जीएसटी बदलाव से इन सिंचाई यंत्रों पर 12 फीसदी छूट होती है जिसे अब घटा दिया गया है ताकि किसानों को इन्हें खरीदने में आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े और उनकी खेती भी स्मार्ट, टिकाऊ और अच्छा मुनाफा देने वाली बन सके.
आधुनिक सिंचाई यंत्रों पर छूट
वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) द्वारा जीएसटी में किए गए बदलावों के चलते सरकार नई और आधुनिक सिंचाई सिस्टम (Modern Irrigation System) को बढ़ावा दे रही है. भारत सरकार ने हाल ही में ड्रिप और स्प्रिंकलर (Drip and Sprinkler) सिंचाई उपकरणों पर जीएसटी दरों में कटौती कर किसानों को बड़ी राहत दी है. अब तक सिंचाई में इस्तेमाल होने वाले आधुनिक यंत्रों पर 12 फीसदी जीएसटी लगती थी, जबकी जीएसटी बदलाव के बाद ये दरें 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है. सरकार की ओर से लगातार ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे पानी की बचत हो और पौधों को जरूरी मात्रा में पानी मिल सके.
कितने सस्ते होंगे सिंचाई सिस्टम
किसानों के लिए फसलों की अच्छी पैदावार के लिए खेतों की सिंचाई करना बेहद जरूरी है. आज बाजार में स्मार्ट और आधुनिक सिंचाई के लिए तरह-तरह के यंत्र उपलब्ध हैं लेकिन उनकी महंगी कीमतों के कारण हर किसान के लिए उन्हें खरीद पाना संभव नहीं है. ऐसे में जीएसटी बदलाव के तहत किसानों को सहूलियत देने की पूरी कोशिश की गई है. बता दें कि, ड्रिप किट, छोटी ड्रिप किट या गार्डन किट समेत स्प्रिंकलर नोजल और छोटे स्प्रिंकलर मॉडलों पर अब केवल 5 फीसदी जीएसी ही लगेगा. यानी किसानों को इन यंत्रों की खरीद पर सीधे-सीधे 5 हजार से 7 हजार तक की बचत होगी.

स्प्रिंकलर सिस्टम पर अब लगेगा केवल 5 फीसदी जीएसटी ( Photo Credit- Canva)
किसानों के कैसे होगा फायदा
फसलों की सिंचाई करना किसी भी किसान के लिए बेहद ही जरूरी है. लेकिन आज के समय में लगातार गिरते जल स्तर के कारण किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है. यही कारण है कि सिंचाई के लिए नई और आधुनिक तकनीकों को बनाया गया जिनकी मदद से किसान कम पानी में भी अपनी फसलों को अच्छी और पर्याप्त मात्रा में पानी दे सकें. लेकिन हर किसान के लिए इन कृषि उपकरणों (Agriculture Machines) को खरीदना संभव नहीं होता है क्योंकि इनकी कीमतें ज्यादा होती हैं. ऐसे में जीएसटी में बदलाव के बाद किसानों के लिए इन मशीनों को खरीदना आसान हो जाएगी और बिना आर्थिक मार के वे अपने खेतों को पर्याप्त मात्रा में पानी दे सकेंगे.