Rabi सीजन से पहले किसानों के लिए बड़ा लाभ. कृषि यंत्र और ट्रैक्टर पर 80% तक सब्सिडी, जिससे कम लागत में खेती आसान और आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी.
साधारण डीजल ट्रैक्टर हर घंटे में करीब 1.5 लीटर डीजल खर्च करता है, जबकि यह ई-ट्रैक्टर 5 घंटे में सिर्फ 18 से 20 यूनिट बिजली में काम कर लेता है. इससे किसान लगभग 64 फीसदी खर्च बचा सकते हैं. एक पूरे सीजन में यह बचत हजारों रुपये की हो सकती है.
GST में राहत मिलने के बाद ट्रैक्टर बिक्री में जबरदस्त उछाल आया. किसान छोटे-बड़े सभी वर्ग ने खरीदारी तेज की, जिससे कृषि कार्य में सुविधा और उत्पादन बढ़ा.
केंद्र सरकार ने ट्रैक्टर पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी. इस कदम से न सिर्फ किसानों की खरीद क्षमता बढ़ी बल्कि खेती में यंत्रों के इस्तेमाल को भी बढ़ावा मिला.
एक ऐसा ट्रैक्टर जो खेती की दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकता है Montra का नया Electric Tractor.
कई बार ऐसा होता है कि ट्रैक्टर को सालों तक इस्तेमाल करने के बाद उसे बेचने की कोशिश करते हैं, लेकिन उम्मीद के मुताबिक कीमत नहीं मिलती. इसका मुख्य कारण है ट्रैक्टर की सही देखभाल न होना.