खेती-किसानी में मेहनत तो हमेशा से लगी है, लेकिन आज के दौर में जब मजदूरी महंगी हो गई है और समय की भी भारी किल्लत है. ऐसे कृषि यंत्र किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. खेत में निराई-गुड़ाई से लेकर फसल की कटाई तक, इन आधुनिक मशीनों ने खेती के काम को आसान, तेज और कम खर्चीला बना दिया है. इन यंत्रों की खासियत यह है कि ये न सिर्फ श्रम की बचत करते हैं बल्कि कम समय में ज्यादा काम कर देते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपयोगी कृषि यंत्रों के बारे में.
फसल कटाई में रीपर मशीन से शीघ्र काम
फसल पकने के बाद कटाई का काम सबसे चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर तब जब मौसम खराब होने की आशंका हो. ऐसे में दांतेदार हंसियारीपर (रीपर मशीन) का इस्तेमाल फायदेमंद है. यह मशीन ट्रैक्टर या पावर टिलर के साथ अटैच हो जाती है और जल्दी से बड़ी-बड़ी फसलों की कटाई कर देती है. इतना ही नहीं, रीपर से कटाई करने पर खेत साफ-सुथरा रहता है और फसल की बर्बादी भी कम होती है. इसके आने से किसान कम मजदूरी में कम समय में अपनी फसल काट सकते हैं.
कटाई से मड़ाई तक कम्बाइन हारवेस्टर का कमाल
अगर बात धान या गेहूं की हो तो कम्बाइन हारवेस्टर सबसे बेहतरीन विकल्प है. यह मशीन एक साथ फसल की कटाई, मड़ाई और ओसाई कर देती है. इससे किसान को अलग-अलग काम के लिए मजदूर नहीं लगाने पड़ते और समय भी बचता है. कई जगहों पर यह मशीन किराए पर भी उपलब्ध होती है, जिससे छोटे किसान भी इसका लाभ उठा सकते हैं. यही नहीं, कम्बाइन हारवेस्टर से फसल का दाना साफ-सुथरा निकलता है, जिससे बिक्री में भी दिक्कत नहीं आती.
निराई-गुड़ाई के लिए बहुउद्देशीय व्हील हो
खेती के दौरान खरपतवार को समय पर हटाना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि ये फसलों से पोषक तत्व छीन लेते हैं. इस काम में हैंड हो, व्हील हो और बहुउद्देशीय व्हील हो जैसे यंत्र बड़ी मदद करते हैं. बहुउद्देशीय व्हील हो खासतौर पर लोकप्रिय है क्योंकि इससे निराई-गुड़ाई का काम कम समय में आसानी से किया जा सकता है. इसके इस्तेमाल से मजदूरों की संख्या घटती है, जिससे खर्च में भी कमी आती है. साथ ही समय की भी बचत होती है, जिससे किसान दूसरे जरूरी कामों में समय दे सकते हैं.