उत्तर भारत में इस समय आसमान से बरसते पानी ने हालात को काफी चुनौतीपूर्ण बना दिया है. राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश तक लगातार हो रही बारिश ने आम लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर दिया है. जगह-जगह जलभराव, ट्रैफिक जाम और नदियों के उफान से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल इस बरसात से राहत मिलने की उम्मीद भी कम ही है, क्योंकि आने वाले दिनों में भी कई राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है.
दिल्ली-एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज
दिल्ली-एनसीआर में पिछले 24 घंटे से जारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सड़कों पर जगह-जगह पानी भरने से ट्रैफिक घंटों जाम रहा. आज भी मौसम विभाग ने यहां मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जबकि 3 सितंबर को तेज बारिश और आंधी की चेतावनी दी गई है. यमुना का जलस्तर बढ़ने की आशंका के चलते प्रशासन ने पहले ही राहत शिविर स्थापित कर दिए हैं ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा सके.
उत्तर प्रदेश में लगातार बरसात
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आसमान से गिरती बूंदों ने हालात बिगाड़ दिए हैं. लखनऊ, बाराबंकी, बरेली, अमेठी, प्रयागराज समेत करीब 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में तेज हवाओं के साथ 15 एमएम प्रति घंटे की दर से बारिश होने की संभावना जताई गई है. लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है, वहीं किसानों की खड़ी फसलों पर भी इसका असर पड़ रहा है.
बिहार में बिजली गिरने का खतरा
बिहार के 12 जिलों में आज मौसम विभाग ने बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है. समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी समेत कई जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. ग्रामीण इलाकों में लोगों से पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहने की अपील की गई है.
उत्तराखंड और हिमाचल में आपदा का डर
पहाड़ी राज्यों में बारिश ने तबाही मचाई है. उत्तराखंड में देहरादून और टिहरी गढ़वाल में रेड अलर्ट जारी किया गया है. कई जगह भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. प्रशासन ने कई जिलों में स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए हैं.
हिमाचल प्रदेश में भी शिमला, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में रेड अलर्ट है. बादल फटने और भूस्खलन की आशंका के चलते स्थानीय लोगों और पर्यटकों से सतर्क रहने को कहा गया है.
मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलर्ट
मध्य प्रदेश के कटनी, शहडोल, डिंडोरी और उज्जैन जैसे जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है. लगातार हो रही बरसात से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.
राजस्थान के अलवर, भरतपुर, सीकर और चित्तौड़गढ़ जिलों में भी अगले 24 घंटों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है. यहां पहले से ही हुई बारिश से कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं.
गुजरात और महाराष्ट्र में बरसात का असर
गुजरात और महाराष्ट्र में आने वाले दिनों तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है. अहमदाबाद के निचले इलाकों में पानी भरने का खतरा है, जबकि मुंबई और उसके आसपास भारी बारिश का अनुमान है. मुंबई में लोकल ट्रेनों और यातायात पर असर पड़ सकता है.
कुल मिलाकर, उत्तर भारत और आसपास के राज्यों में मानसून ने इस बार अपनी पूरी ताकत दिखा दी है. लगातार हो रही बारिश जहां गर्मी और उमस से राहत देती है, वहीं दूसरी ओर बाढ़, जलभराव और भूस्खलन जैसी आपदाओं की स्थिति भी पैदा कर रही है. मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें.