यूपी-राजस्थान में झमाझम बारिश से राहत, उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी, जानिए आपके शहर का हाल

उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और हरियाणा में बीते कुछ दिनों से तेज बारिश हो रही है. कई जिलों में तो भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी देखने को मिल रही है.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 18 Jul, 2025 | 08:38 AM

देश के अधिकांश हिस्सों में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. जुलाई के इस मध्य सप्ताह में मौसम की चाल कई जगहों पर राहत तो कई स्थानों पर चिंता का कारण बन गई है. उत्तर भारत के कुछ इलाकों में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, तो वहीं राजस्थान, गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों में अब भी लोगों को तेज धूप और उमस का सामना करना पड़ रहा है.

भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले कुछ दिन और भी अहम होंगे क्योंकि कई राज्यों में मौसम के तीखे बदलाव देखने को मिल सकते हैं. ऐसे में किसानों, यात्रियों और आम लोगों के लिए मौसम की सटीक जानकारी बेहद जरूरी हो गई है. आइए जानते हैं आज देशभर के प्रमुख इलाकों में मौसम का हाल कैसा है और आने वाले समय में क्या रह सकती है स्थिति.

उत्तर भारत में मानसूनी बौछारें

उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और हरियाणा में बीते कुछ दिनों से तेज बारिश हो रही है. कई जिलों में तो भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी देखने को मिल रही है. यूपी के झांसी, ललितपुर, बांदा और चित्रकूट जैसे इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां तेज बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की भी आशंका है.

यूपी के अन्य जिलों जैसे जालौन, मिर्जापुर, हमीरपुर और फतेहपुर में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन क्षेत्रों में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है, जिसकी रफ्तार 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.

राजस्थान में भी बारिश का जोर लगातार बना हुआ है. कोटा, अजमेर और जोधपुर संभाग में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है. अजमेर और पाली जिलों में तो आज के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, बीकानेर और जोधपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं.

केरल में बारिश बनी आफत

देश के दक्षिणी हिस्से केरल में बारिश आफत बन चुकी है. कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. कई घरों में पानी भर गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.

उत्तराखंड में बारिश से बिगड़े हालात

उत्तराखंड में भी तेज बारिश के कारण हालात बिगड़ रहे हैं. देहरादून, नैनीताल और आसपास के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. साथ ही, बिजली गिरने और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

दिल्ली-एनसीआर में छाए हैं बादल, लेकिन बरसे नहीं मन भर

दिल्ली वालों को हल्की राहत तो जरूर मिली है, लेकिन जो असली बारिश का मजा है, वह अब तक नहीं मिल पाया. गुरुवार रात को हल्की बारिश हुई, जिससे उमस भरी गर्मी से कुछ राहत मिली. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक राजधानी और आस-पास के इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी, लेकिन भारी बारिश की कोई खास संभावना नहीं है.

आज यानी शुक्रवार, 18 जुलाई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आसमान में बादलों का डेरा है, लेकिन सूरज और बादलों के बीच लुका-छिपी जारी है. सुबह के समय हल्की फुहारें पड़ीं लेकिन दिन चढ़ने के साथ धूप ने फिर से दस्तक दी.

मौसम विभाग का कहना है कि सप्ताहांत तक मौसम खुशनुमा बना रहेगा. हालांकि, उमस परेशानी का सबब बनी रह सकती है. हवा में नमी का स्तर लगातार 65 से 75 फीसदी के बीच बना हुआ है, जिससे पसीना और चिपचिपाहट अब भी महसूस की जा रही है.

मुंबई और महाराष्ट्र में भी बारिश की कमी

जहां एक ओर उत्तर भारत में तेज बारिश का सिलसिला चल रहा है, वहीं मुंबई और कोकण क्षेत्र में अब तक मानसून कमजोर ही दिखा है. जुलाई महीने में मुंबई शहर और उपनगरों में औसत से 20-23 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ जैसे इलाकों में बारिश की भारी कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.

नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा

बढ़ती बारिश के चलते पंजाब, यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैं. प्रयागराज और वाराणसी जैसे शहरों में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है. बिहार के पटना समेत लगभग 20 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जहां गंगा और उसकी सहायक नदियों ने कई घरों और दुकानों को जलमग्न कर दिया है.

अमरनाथ यात्रा पर भी असर

कश्मीर में हो रही भारी बारिश का असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ा है. बालटाल और पहलगाम मार्ग पर रास्तों को हुए नुकसान के चलते यात्रा गुरुवार को रोक दी गई थी. हालांकि, सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी मार्ग की मरम्मत में जुटे हुए हैं और शुक्रवार से यात्रा दोबारा शुरू होने की संभावना है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 18 Jul, 2025 | 07:49 AM

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?