जुलाई का महीना अपने आखिरी पड़ाव पर है, लेकिन देश के मौसम का मिजाज अब भी उतना ही उतार-चढ़ाव भरा है जितना कि महीने की शुरुआत में था. कहीं बारिश ने खेतों में हरियाली ला दी है, तो कहीं यही बारिश तबाही बनकर टूटी है.
मौसम विभाग के ताजा आंकड़े बताते हैं कि देश में कुल मिलाकर बारिश औसत से 7 फीसदी ज्यादा हुई है, लेकिन इसका वितरण बेहद असमान रहा है. कुछ राज्यों में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है, तो कहीं बादल अब भी नहीं बरसे हैं. यह असमानता देश के किसानों, प्रशासन और आम लोगों के लिए एक नई चुनौती बनकर सामने आ रही है. तो चलिए जानते हैं देशभर में मौसम का हाल.
दिल्ली में बारिश के बाद भी उमस का कहर
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बीते कुछ दिनों से हल्की बारिश तो हो रही है, लेकिन इससे राहत के बजाय और परेशानी बढ़ गई है. उमस ने लोगों को पसीने-पसीने कर रखा है. आज भी हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन तापमान में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग ने बताया है कि 31 जुलाई तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा, हल्की बारिश, भारी उमस और चिपचिपा दिन.
यूपी और बिहार में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर प्रदेश और बिहार में मौसम आज बिगड़ा हुआ है. कई जिलों में तेज बारिश के साथ वज्रपात और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है. यूपी के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ और बरेली जैसे इलाकों में मूसलधार बारिश हो सकती है. बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और बेगूसराय जैसे जिलों में भी लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है.
हिमाचल और उत्तराखंड में जारी अलर्ट
पर्वतीय राज्यों में हालात और गंभीर हैं. हिमाचल प्रदेश के मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश के कारण भूस्खलन की आशंका बनी हुई है. राज्य में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों घरों को नुकसान हुआ है.
उत्तराखंड में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं. मौसम विभाग ने पूरे राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. देहरादून, उत्तरकाशी, बागेश्वर और चंपावत जैसे जिलों में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है. यहां मौसम कभी भी करवट ले सकता है, इसलिए छाता और सतर्कता दोनों जरूरी हैं.
मध्य प्रदेश में नदियां उफान पर
मध्य प्रदेश में सावन की बारिश ने कई नदियों को उफान पर ला दिया है. भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में लगातार बारिश हो रही है, जिससे कुछ इलाकों का संपर्क टूट गया है. मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है.
देशभर में बारिश: राहत और चुनौती साथ-साथ
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार मानसून औसत से थोड़ा बेहतर है, लेकिन इसकी तीव्रता और वितरण में काफी अंतर है. जहां कुछ राज्यों में बारिश सामान्य से ज्यादा हुई है, वहीं कुछ जगहों पर अब भी सूखा जैसे हालात बने हुए हैं.
अगले सात दिनों तक देश के अधिकांश हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. ये बारिश जहां जल स्रोतों को भरने और खेती के लिए राहत लाएगी, वहीं कुछ इलाकों में बाढ़, लैंडस्लाइड और बिजली गिरने जैसी घटनाएं खतरा भी बन सकती हैं.