नौतपा में हो सकती है दिल की समस्या, 60 साल से ऊपर के लोग रखें खास ध्यान

नौतपा में 60 साल से ऊपर के लोगों में यानी बुजुर्गों में सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. हीट स्ट्रोक या लू लगने के कारण शरीर का तापमान ज्यादा बढ़ सकता है जिसके कारण बेहोशी भी आ सकती है. शरीर में पानी की कमी के कारण डिहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है.

नोएडा | Published: 31 May, 2025 | 11:06 AM

नौतपा गर्मी के मौसम का वो समय है जब गर्मी अपने चरम पर होती है और इसका असर लोगों पर बुरी तरह पड़ता है. वैसे तो नौतपा के दौरान सभी लोगों को धूप से और गर्मी से बचने की सलाह दी जाती है. डॉक्टर्स भी यही सलाह देते हैं कि शरीर को जितना हो सके ठंडा रखें. लेकिन नौतपा का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों पर होता है. इसलिए इन नौ दिनों के दौरान बुजुर्गों का बहुत खयाल रखने की जरूरत होती है. खबर में आगे बात करेंगे कि किस तरह नौतपा का असर बुजुर्गों पर होता है, साथ ही जानेंगे कि क्या है बचने के उपाय.

ब्लड प्रेशर और दिल की समस्या

नौतपा में 60 साल से ऊपर के लोगों में यानी बुजुर्गों में सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. हीट स्ट्रोक या लू लगने के कारण शरीर का तापमान ज्यादा बढ़ सकता है जिसके कारण बेहोशी भी आ सकती है. शरीर में पानी की कमी के कारण डिहाइड्रेशन की शिकायत होती है. तापमान के बढ़ने के कारण हाई या लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. दिल के रोगियों को नौतपा में खास खयाल की जरूरत होती है. बता दें कि नौतपा के दौरान दिल पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है. जिसके कारण चक्कर, उल्टी कमजोरी, थकावट और सुस्ती की शिकायत हो सकती है. इसके साथ ही तेज गर्मी के कारण बुजुर्गों को बेचैनी, नींद की कमी और चिड़चिड़ापन हो सकता है.

नियमित रूप से लें डॉक्टर की सलाह

बुजुर्गों को नौतपा से बचाने के लिए बेहद जरूरी है कि उनकी दवाओं और खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाए. अगर किसी भी तरह की दवाएं चलती हैं तो नियमित रूप से अपनी दवाएं खाएं और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें. इसके अलावा बुजुर्गों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे योग, ध्यान और हल्की कसरत करने जैसी गतिविधियां जरूर करें. खाने में हल्का और शरीर को ठंडा करने वाले खाने का ही सेवन करें. घर के तापमान को बेहतर रखें और सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक धूप में जाने से बचें. अगर जाना बहुत जरूरी है तो सर को ढककर ही बाहर निकलें.

बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान

नौतपा के 9 दिनों के समय के दौरान बुजुर्गों का खास खयाल रखने की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि थोड़ी सी सावधानी बरतने से उन्हें हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और थकावट जैसी गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है. इस बात का विशेष ध्यान रखना होगी कि अगर घर में मौजूद बुजुर्ग तेज या अनियमित धड़कन की शिकायत करें, उन्हें ज्यादा या कम पसीना आए या फिर तेज बुखार, चक्कर, उल्टी और सिर दर्द जैसी शिकायत हो तो बिना देर किए उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं.