अगले 7 दिनों में आंधी-बारिश पर किसानों को अलर्ट, खेतों से फसल उठाने की सलाह

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 7 दिनों तक मौसम में बदलाव को देखते हुए कई राज्यों के लिए कृषि मौसम संबंधी सलाह जारी की है. पूर्वोत्तर राज्यों, ओडिशा, बिहार और केरल में खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से जल निकासी की व्यवस्था करने को कहा गया है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 29 Apr, 2025 | 02:35 PM

मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत ज्यादातर मैदानी इलाकों में आंधी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम अलर्ट में किसानों को फसलों की कटाई तुरंत करने और कटी फसल को खेत से उठाने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही बिहार समेत पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों को खेतों में पानी की निकासी की सही व्यवस्था करने को कहा है.

उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार 29 अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम गर्म रहेगा. जबकि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा 30 अप्रैल को पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है. अगले 7 दिनों तक आंधी बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने किसानों को खेतों से फसल उठाने की सलाह दी है. जबकि, पकी खड़ी फसलों की जल्द कटाई का सुझाव दिया है.

अगले 7 दिनों के लिए अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 7 दिनों तक मौसम में तेज बदलाव को देखते हुए कई राज्यों के लिए कृषि मौसम संबंधी सलाह जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार 7 दिनों के दौरान ओलावृष्टि, भारी वर्षा, तेज हवाएं चलने की संभावना है. जबकि, कुछ हिस्सों में गर्म लहर चलने की भविष्यवाणी की गई है. पूर्वोत्तर राज्यों, ओडिशा, बिहार और केरल में खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त जल निकासी की व्यवस्था करने को कहा गया है. क्योंकि, इन इलाकों में तेज बारिश की संभावना है.

बागवानी फसलों को नुकसान से ऐसे बचाएं किसान

पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और पूर्वी मध्य प्रदेश में सब्जियों और बागवानी फसलों को संभावित ओलावृष्टि से नुकसान होने की चेतावनी दी गई है. किसानों से कहा गया है कि वे फसलों को बचाने के लिए हेल नेट और हेल कैप का इस्तेमाल करें. बागवानी फसलों और सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को पेड़ों और लताओं को गिरने से बचाने के लिए बांस आदि से सहारा देने को कहा गया है.

कटी फसल की सुरक्षा के लिए ये उपाय अपनाएं

कटी हुई उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखने या उपज को खेतों में तिरपाल की चादर से ढकने की सलाह दी गई है. जबकि, कटी हुई फसलों को उचित ढंग से बांधे और ढंककर रखने को कहा गया है ताकि तेज हवा के चलते उनके उड़कर नष्ट होने का खतरा कम हो जाए.

मछली-पोल्टी और पशुपालकों के लिए सलाह

  1. मौसम विभाग ने पशुपालकों, पोल्ट्री और फिश फार्मिंग करने वाले किसानों को सलाह दी है कि वे इस बदलते मौसम में खास ध्यान दें.
  2. भारी वर्षा के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखें और उन्हें संतुलित आहार प्रदान करें.
  3. चारे को खराब होने से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें.
  4. हीटवेव और अधिक तापमान के असर को कम करने के लिए पोल्ट्री शेड की छत को घास से ढक दें.
  5. पशुओं को साफ, स्वच्छ और भरपूर मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध कराएं.
  6. अधि बारिश की स्थिति में तालाब से पानी निकालने के लिए चारों ओर जाल का इस्तेमाल करके एक आउटलेट बनाएं, इससे अतिरिक्त पानी के बहाव को रोका जा
  7. सकेगा और मछलियों को भी बाहर निकलने से रोका जा सके.
  8. हीटवेव वाले इलाकों में तालाब के पानी को गर्म होने से बचाने के लिए सप्ताह में दो बार बाहर से ताजा पानी भरें. इसके अलावा तालाब की गहराई को भी बढ़ा सकते हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 29 Apr, 2025 | 02:32 PM

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%