खेतों में करें मल्टीपल क्रॉपिंग तकनीक का इस्तेमाल, किसानों को होगा डबल मुनाफा

खेती के इस तरीके से किसानों को दोहरा फायदा होता है. एक ही खेत में एक समय पर कई फसलें उगाने पर उत्पादन ज्यादा होता है जिसके बाद बाजार में उसी उत्पादन को बेचकर किसान डबल मुनाफा कमाते सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 8 Jun, 2025 | 10:52 AM

किसानों के लिए आमदनी का प्रमुख स्रोत खेती ही होती है. इसीलिए किसान अपनी फसलों की देखभाल में जी जान लगा देते है. आज के समय में किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर ऐसे नए तरीकों को अपनाते हैं जिसने उन्हें दोहरा मुनाफा मिल सके और समय की भी बचत हो सके. खेती का ऐसा ही एक तरीका है मल्टीपल क्रॉपिंग यानी एक ही खेत में एक समय पर दो से ज्यादा फसलों को एक साथ उगाना. खेती के इस तरीके से किसानों को कम समय और कम लागत में दोहरा मुनाफा मिल सकता है. खबर में आगे जानेंगे कि क्या होती है मल्टीपल क्रॉपिंग और क्या हैं इसके फायदे.

क्या है मल्टीपल क्रॉपिंग

मल्टीपल क्रॉपिंग (Multiple Cropping) खेती करने की ऐसी तकनीक है जिसमें किसान एक ही साल में अपने खेत पर दो या दो से ज्यादा फसलें एक साथ उगाता है. खेती के इस तरीके का इस्तेमाल करने से किसानों को उत्पादन बढ़ाने में, जमीन का बेहतर इस्तेमाल करने और आमदनी में बढ़ोतरी होती है. बता दें कि मल्टीपल क्रॉपिंग तीन तरह की होती हैं.

समानांतर फसल प्रणाली (Mixed Cropping)

मल्टीपल खेती के इस तरीके में किसान दो या दो से ज्यादा फसलों को एक साथ बोते हैं . उदाहरण के लिए गेहूं और चना, मक्का और मूंग.

फसल चक्र (Crop Rotation)

खेती के इस तरीके में किसान अपने खेत में मौसम के अनुसार अलग-अलग फसलें उगाते हैं. उदाहरण के लिए रबी सीजन में गेहूं की बुवाई, खरीफ में धान की बुवाई और गर्मी में मूंग की बुवाई.

इंटरक्रॉपिंग (Intercropping)

इंटरक्रॉपिंग खेती में किसान एक ही खेत में मुख्य फसल के साथ ही दूसरी सहायक फसल की खेती करते हैं जो कि जल्दी तैयार हो जाती है. उदाहरण के लिए गन्ना के साथ धनिया या मक्का और साथ में अरहर की फसल.

क्या है इस तकनीक के फायदे

खेती के इस तरीके से किसानों को दोहरा फायदा होता है. एक ही खेत में एक समय पर कई फसलें उगाने पर उत्पादन ज्यादा होता है जिसके बाद बाजार में उसी उत्पादन को बेचकर किसान डबल मुनाफा कमाते सकते हैं. खेत में लगी अलग-अलग फसलें मिट्टी के अलग-अलग पोषक तत्वों का इस्तेमाल करती हैं इसलिए मिट्टी की उर्वरता और पोषण बना रहता है. इसके साथ ही कोई कीट किसी फसल पर आक्रमण करता है तो दूसरी फसल उसे बचा लेती है.

Published: 8 Jun, 2025 | 10:52 AM