भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश, करीब 80 लाख क्विंटल होता है प्रोडक्शन

भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक है. यहां 4.5 लाख हेक्टेयर में तंबाकू की खेती होती है. तम्बाकू उद्योग लगभग 4.57 करोड़ लोगों को रोजगार देता है.

नोएडा | Updated On: 31 May, 2025 | 02:49 PM

World No Tobacco Day: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस साल, WHO और दुनिया भर के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मिलकर तंबाकू उद्योग की खतरनाक रणनीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाया है. अगर भारत की बात करें, तो यहां पर किसान तंबाकू खाने के साथ-साथ इसकी बड़े स्तर पर खेती भी करते हैं. इससे किसानों की अच्छी कमाई होती है. देशभर में लाखों की संख्या में ऐसे किसान परिवार हैं, जिनकी आजीविका तंबाकू की खेती पर निर्भर है.

ऐसे भारत दुनिया में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू उत्पादक देश है. यहां पर किसान लगभग 4.5 लाख हेक्टेयर में तंबाकू की खेती करते हैं. गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश प्रमुख तंबाकू उत्पादक राज्य हैं. ऐसे विश्विक स्तर पर तंबाकू उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 9 फीसदी है. भारत में हर साल करीब 800 मिलियन किलोग्राम यानी 80 लाख क्विंटल तंबाकू पत्ती का उत्पादन होता है.

तंबाकू की बेहतरीन किस्में

भारत में दस अलग-अलग प्रकार के तंबाकू उगाए जाते हैं, जिसमें बर्ली तम्बाकू, बीड़ी तम्बाकू, फ्लू-क्योर वर्जीनिया तम्बाकू, देशी तम्बाकू, सिगार रैप्ड, चेरूट, बर्ली, ओरिएंटल, रस्टिका तम्बाकू, हुक्का और चबाने वाला तम्बाकू शामिल हैं. खास बात यह है कि फ्लू-क्योर वर्जीनिया तम्बाकू एक व्यावसायिक फसल है. इसकी खेती खरीफ सीजन के दौरान की जाती है. इसके लिए लाल रेतीली दोमट मिट्टी ज्यादा उपयुक्त मानी गई है. यह वर्षा आधारित फसल के रूप में उगाई जाती है. कर्नाटक में इसकी खेती सबसे अधिक होती है.

तंबाकू उत्पादन में राज्यों की हिस्सेदारी

गुजरात अकेले 45 फीसदी तंबाकू उत्पादित करता है. इसके बाद आंध्र प्रदेश की हिस्सेदारी 20 फीसदी है, जबकि उत्तर प्रदेश का हिस्सा कुल तंबाकू उत्पादन में 15 फीसदी है. बात अगर कर्नाटक की करें, तो इसका तंबाकू उत्पादन में 8 फीसदी योगदान है. वहीं, भारत में तम्बाकू उद्योग खेती, मजदूरी, निर्माण, प्रोसेसिंग और निर्यात जैसे कामों के जरिए करीब 4.57 करोड़ लोगों को रोजगार देता है.

तंबाकू निर्यात में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद

इस साल भारत का तम्बाकू निर्यात 8 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 13,000 करोड़ रुपये से पार जा सकता है. साल 2023-24 में भारत का तम्बाकू निर्यात 12,005.89 करोड़ रुपये रहा था. बीते 5 सालों में तम्बाकू किसानों की आमदनी दोगुनी हुई है, क्योंकि तम्बाकू बोर्ड ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं. हालांकि, फ्लू-क्योर वर्जीनिया तम्बाकू के मामले में भारत ब्राजील और जिम्बाब्वे के बाद चौथे नंबर पर है. हालांकि, भारत, ब्राजील के बाद बिना प्रोसेस किए तम्बाकू का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. तम्बाकू निर्यात से देश को अच्छा-खासा विदेशी मुद्रा का लाभ होता है.

 

Published: 31 May, 2025 | 02:40 PM