किसानों के लिए राहत! 2.5 लाख टन आम खरीद की मिली मंजूरी.. 1616 रुपये क्विंटल होगा रेट

केंद्र सरकार ने कर्नाटक के किसानों को राहत देते हुए मार्केट इंटरवेंशन स्कीम के तहत 2025-26 सीजन में 1,616 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 2.5 लाख टन आम की खरीदी को मंजूरी दी है. खासकर तोतापुरी आम के दाम गिरने से परेशान किसानों को इससे बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.

नोएडा | Updated On: 25 Jun, 2025 | 12:29 PM

केंद्र सरकार ने मंगलवार को कर्नाटक के किसानों को राहत देते हुए 2025-26 सीजन के लिए 2.5 लाख टन आम की खरीदी को मंजूरी दे दी. यह खरीदी मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) के तहत 1,616 प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी. यह फैसला तब लिया गया जब केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक में आम किसानों की दिक्कतों को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने उठाया. खासकर तोतापुरी किस्म के आम के दाम हाल ही में 400-500 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गए थे, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ और उन्हें सरकार से मदद की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन करना पड़ा.

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना का उद्देश्य किसानों को नुकसान से बचाना और उन्हें उचित दाम दिलाना है. खरीदी की प्रक्रिया कृषि मंत्रालय के तहत चलाई जा रही मार्केट इंटरवेंशन स्कीम के जरिए की जाएगी. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्नाटक के लिए 2025-26 सीजन में आम की खरीदी को लेकर एचडी कुमारस्वामी को पत्र लिखते हुए कहा कि मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मार्केट इंटरवेंशन स्कीम के तहत कर्नाटक में 2,50,000 टन आम की खरीदी 1,616 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मंजूर की गई है.

1.39 लाख हेक्टेयर में हुई है आम की खेती

चौहान ने उम्मीद जताई कि यह कदम उन आम किसानों को राहत देगा, जिन्हें इस सीजन में 400-500 रुपये प्रति क्विंटल तक गिरते दामों का सामना करना पड़ा है. आम कर्नाटक की एक प्रमुख बागवानी फसल है. इस बार लगभग 1.39 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी खेती हुई है और राज्य को करीब 10 लाख टन आम का उत्पादन होने की उम्मीद है.

अचानक क्यों गिर गए आम के रेट

मई महीने में कर्नाटक के मुख्य आम उत्पादक जिले कोलार, चिकबल्लापुर और रामनगर में आम की औसत कीमतें 1200 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं. लेकिन हाल ही में कोलार के श्रीनिवासपुर में खासकर तोतापुरी किस्म के आम की कीमतें गिरकर सिर्फ 450 से 550 रुपये प्रति क्विंटल रह गई हैं. कीमतों में इस तेज गिरावट की एक बड़ी वजह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले द्वारा कर्नाटक से आने वाले आमों पर लगाया गया प्रतिबंध है, जिससे बाजार में मांग और सप्लाई पर असर पड़ा है. लेकिन MIS तहत आम खरीद की मंजूरी मिलने के बाद किसानों ने राहत की सांस ली है.

Published: 25 Jun, 2025 | 06:45 AM