उत्तर प्रदेश सरकार लगातार किसानों के विकास और प्रदेश के कृषि क्षेत्र में जल संचयन यानी पानी के बचाव को बढ़ावा दे रही है. इसी कड़ी में अब सरकार की ओर से राष्ट्रीय कृषि योजना के तहत बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए खेत तालाब योजना सुचारू रूप से चलाई जा रही है. इस योजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराना है.
यूपी में बने 37403 तालाब
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2017-18 से लेकर अबतक प्रदेश में 37 हजार 403 खेत तालाब बनाए जा चुके हैं. जो कि किसानों की मेहनत और सरकार की नीतियों का नतीजा है. इन खेत तालाबों को बनाने के पीछे सरकार का एक मात्र उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना है. वित्तीय वर्ष 2025- 26 में भी खेत तालाब बनाने का काम जारी है, जिसके लिए किसानों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ये प्रक्रिया ऑनलाइन है जिसके लिए 3 जून से आवेदन खुल चुके हैं.
ऑनलाइन करें आवेदन
समाचार एजेंसी प्रसार भारती के अनुसार खेत तालाब बनाने की बुकिंग के लिए किसानों को ऑनलाइन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. बता दें कि किसानों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगा. एक बार ऑनलाइन पोर्टल पर सारी जानकारी सही से भरने के बाद और सभी दस्तावेज देने के बाद कन्फर्मेशन का मैसेज किसान के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आएगा.
टोकन मनी और जरूरी दस्तावेज
खेत तालाब बनाने के लिए किए आवेदन पर किसानों को 1 हजार रुपए टोकन मनी के तौर पर देना होगा जिसने आवेदन करते समय ऑनलाइन भरना होगा. ध्यान रहे कि किसान के पास सभी जरूरी दस्तावेज हो जैसे जिस खेत में तालाब खुदवाना है उस खेत की खसरा यानी कागज जमा करना बेहद जरूरी है. अगर इसे अपलोड न किया गया तो आवेदन निरस्त हो सकता है.
किसानों को होगा फायदा
तेज गर्मी और गिरते भूजल स्तर को देखते हुए प्रदेश सरकार की ये योजना किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. किसानों के लिए अपनी फसलों की सिंचाई करना बेहद जरूरी है लेकिन कई बार पानी की पर्याप्त मात्रा न होने पर किसान अपने खेतों की ढंग से सिंचाई नहीं कर पाते हैं. प्रदेश सरकार की खेत तालाब बनाने की योजना से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सकेगा.