अब MP मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. अब खेतों तक पानी की सीधी पहुंच, सिंचाई की बेहतर सुविधा और बिजली बिल से छुटकारा सब कुछ एक साथ मिलने जा रहा है. सरकार ने रतलाम क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं मंजूर की हैं, जिससे गांव-गांव और खेत-खेत तक समृद्धि का रास्ता खुलेगा. मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि हर किसान को सोलर पंप दिया जाएगा ताकि वे खुद बिजली बनाकर सिंचाई कर सकें. इसके अलावा पानी की बड़ी योजनाएं भी क्षेत्र में शुरू की जा रही हैं. आइए जानते हैं विस्तार से इन विकास योजनाओं के बारे में-
113 करोड़ रुपये की पेयजल योजना-हर घर पहुंचेगा पानी
रतलाम क्षेत्र में 113 करोड़ रुपये की लागत से एक नई पेयजल योजना को मंजूरी दी गई है. इस योजना के तहत दूरदराज के गांवों और कस्बों तक शुद्ध पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी. अब गांव के लोगों को पीने के पानी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. नल से घर तक पानी पहुंचाना इस योजना का लक्ष्य है. इससे न सिर्फ पानी की किल्लत दूर होगी, बल्कि स्वास्थ्य समस्याएं भी कम होंगी.
खेतों में हरियाली लाएगी नई सुविधा
मोरकुंडवा सिंचाई योजना को भी सरकार की मंजूरी मिल गई है. इस योजना के जरिए अब ज्यादा से ज्यादा खेतों को पानी मिलेगा और किसानों को सूखे या बारिश पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. इस योजना से हजारों एकड़ भूमि पर सिंचाई संभव होगी. जल स्रोतों का बेहतर उपयोग करके किसानों को साल भर खेती करने का मौका मिलेगा. यह रतलाम क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला कदम है.
हर खेत तक पहुंचेगा पानी
राज्य सरकार की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना अब तेजी से आगे बढ़ रही है. इस परियोजना का उद्देश्य है कि जिन क्षेत्रों में पानी की कमी है, वहां अन्य नदियों का पानी पहुंचाकर खेतों को हरा-भरा बनाया जाए. इस योजना से किसानों की जल समस्या स्थायी रूप से दूर होगी और कई जिलों में खेती का रकबा बढ़ेगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस परियोजना के जरिए “हर खेत तक पानी” पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
किसानों को मिलेंगे सोलर पंप
सबसे बड़ी राहत किसानों को बिजली बिल से मिलने जा रही है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि सभी पात्र किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे. इन पंपों की मदद से किसान खुद सूरज की रोशनी से बिजली बनाएंगे और उसी से खेतों की सिंचाई कर सकेंगे.
इससे दो बड़े फायदे होंगे-
- किसानों को बिजली बिल नहीं देना पड़ेगा.
- सिंचाई कभी रुकेगी नहीं क्योंकि सूरज की रोशनी हर दिन मिलती है.
यह योजना ना सिर्फ पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि किसानों की बचत और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक बड़ा कदम है. खरीदेगी गाय का दूध, पशुपालकों को मिलेगा 10 लाख तक का फायदा.