देश में महिलाओं और युवाओं के लिए दो बड़े फैसले लिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का वेतन बढ़ाने और उन्हें मोबाइल फोन उपलब्ध कराने की घोषणा की है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेरोजगार स्नातकों को हर महीने 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है. दोनों फैसलों से लाखों परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा और यह उनके आर्थिक और सामाजिक जीवन को मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगा.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मिला वेतनमान बढ़ोतरी का तोहफा
उत्तर प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा कर दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि अब कार्यकत्रियों के वेतनमान में बढ़ोतरी की जाएगी. इसके साथ ही उन्हें काम में आसानी के लिए मोबाइल फोन भी दिए जाएंगे. इस फैसले से प्रदेश की हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में खुशी की लहर है.
मोबाइल फोन से काम होगा आसान
आंगनबाड़ी काम कर रहीं महिलाओं को मोबाइल फोन मिलने से अब उनका काम और सरल हो जाएगा. पोषण योजनाओं, बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य संबंधी सूचनाएं डिजिटल तरीके से तुरंत दर्ज की जा सकेंगी. इससे सरकारी योजनाओं की निगरानी भी बेहतर ढंग से हो पाएगी.
बिहार में बेरोजगार स्नातकों के लिए नई उम्मीद
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का विस्तार करते हुए बड़ा फैसला लिया है. अब सिर्फ इंटर पास ही नहीं, बल्कि स्नातक डिग्री धारक बेरोजगार युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा. सरकार इन युवाओं को दो साल तक हर महीने 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता (Financial Assistance) देगी.
युवाओं को मिलेगा आर्थिक सहारा
इस योजना से बेरोजगार स्नातक युवाओं को अपनी पढ़ाई के बाद करियर बनाने की दिशा में आर्थिक सहारा मिलेगा. अक्सर रोजगार की तलाश में युवाओं को परिवार पर बोझ महसूस होता है, लेकिन इस आर्थिक मदद से वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा पाएंगे.
दोनों फैसलों से मजबूत होगा समाज
उत्तर प्रदेश (UP) में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों (Anganwadi workers) की भूमिका समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़ी है, वहीं बिहार में स्नातक युवाओं को मिलने वाली आर्थिक सहायता भविष्य की तैयारी के लिए एक सहारा है. इन दोनों फैसलों से समाज के कमजोर वर्गों और युवाओं को नई ताकत मिलेगी.