गेहूं की पैदावार में 30 फीसदी की बढ़ोतरी, 10 साल में 3587 किलो प्रति हेक्टेयर हो गई उपज

भारत में गेहूं की पैदावार में बीते दस वर्षों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. ICAR-IIWBR के अनुसार, यह रिकॉर्ड उत्पादन जलवायु सहिष्णु बीजों जैसे DBW187 और किसानों को बीजों की बेहतर पहुंच के कारण संभव हुआ है.

नोएडा | Updated On: 29 Jun, 2025 | 11:55 AM

किसानों के लिए खुशखबरी है. देश में गेहूं की पैदावार में बढ़ोतरी हुई है. करनाल स्थित ICAR-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) का कहना है कि देश में प्रति हेक्टेयर गेहूं की पैदावार 2014-15 की रबी सीजन में 2,750 किलो थी, जो 2024-25 में बढ़कर 3,587 किलो हो गई है. यह लगभग 30 फीसदी की बढ़ोतरी है. दरअसल, पैदावार का मतलब होता है प्रति हेक्टेयर जमीन पर उगाई गई फसल की मात्रा, जिसे किलो या टन में मापा जाता है. यह कृषि उत्पादकता और जमीन की गुणवत्ता का एक अहम पैमाना माना जाता है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल गेहूं की पैदावार 3,587 किलो प्रति हेक्टेयर रही, जो पिछले साल के 3,559 किलो प्रति हेक्टेयर से थोड़ी ज्यादा है. वहीं, कुल उत्पादन भी बढ़कर 1175.1 लाख टन हो गया, जो 2023-24 में 1132.9 लाख टन था. ये आंकड़े कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी तीसरे अनुमान पर आधारित हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि मंत्रालय जुलाई के अंत या अगस्त में चौथा और अंतिम अनुमान जारी करेगा.

गेहूं का उत्पादन 1175.1 लाख टन

IIWBR के आंकड़ों के मुताबिक, देश में गेहूं का वार्षिक उत्पादन 2014-15 में 865.2 लाख टन से बढ़कर दस साल में 1175.1 लाख टन हो गया, जो 36 फीसदी की बढ़ोतरी है. इसी दौरान गेहूं की खेती के लिए जमीन का क्षेत्रफल भी 314.6 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 327.6 लाख हेक्टेयर हो गया. पिछले सीजन में गेहूं की खेती का क्षेत्रफल 318.33 लाख हेक्टेयर था. तीसरे अनुमान के अनुसार, इस साल अब तक गेहूं का उत्पादन 1175.1 लाख टन रहा, जो सरकार के तय किए गए लक्ष्य 1150 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है. यह भारत के इतिहास में गेहूं उत्पादन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है.

गेहूं की बेहतर किस्मों का विकास

IIWBR के निदेशक रतन तिवारी ने कहा कि जलवायु सहिष्णु बीजों का उपयोग और फसल के लिए तय मूल्य ने इस रिकॉर्ड उत्पादन में बड़ी भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि DBW187, DBW303, DBW222, HI1634 और HD3386 वे प्रमुख बीज किस्में हैं जिन्हें इस संस्थान ने देश के किसानों को वितरित किया है. हम DBW187 को मेगा किस्म या पूरे भारत में उगाई जाने वाली किस्म मानते हैं. उन्होंने कहा कि बीजों की बेहतर पहुंच भी पिछले एक दशक में गेहूं की पैदावार बढ़ने का बड़ा कारण है.

Published: 29 Jun, 2025 | 11:51 AM