बाढ़-बारिश जैसी आपदा के साथ ही कीट-रोग की वजह से बर्बाद हुई फसल की भरपाई के लिए राज्य सरकार आज पीड़ित किसानों के खाते में पैसा जारी करेगी. मध्य प्रदेश में 12 हजार हेक्टेयर से अधिक इलाके में खड़ी फसलें चौपट हो गई हैं. वहीं, कई दूसरे हिस्सों में पीले मोजेक रोग ने पकी फसलों को बर्बाद कर दिया है. पीड़ित किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव आज किसानों के खाते में सीधे पैसा जारी करेंगे और वह किसानों से बातचीत भी करेंगे.
बारिश के बाद पीले मोजेक ने तबाह की फसल
मध्य प्रदेश के मूंग, सोयाबीन किसानों को पहले मॉनसूनी बारिश से तबाही देखने को मिली और बाद में पीले मोजेक रोग ने उनकी बची-खुची फसल को चौपट कर दिया है. किसानों ने राज्य सरकार से नुकसान की भरपाई के लिए मदद मांगी थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कुछ हफ्ते पहले ही रतलाम जिले की सैलाना तहसील के करिया गांव में सोयाबीन के खेतों का दौरा किया था. उन्होंने देखा कि इलाके में जरूरत से ज्यादा बारिश होने के कारण सोयाबीन की फसल को पीले मोजेक रोग ने नष्ट कर दिया है.
करिया गांव में सोयाबीन खेतों को सीएम ने देखा
मुख्यमंत्री ने करिया गांव के किसान मनोहर लाल मालवीय और राधेश्याम पाटीदार समेत कई किसानों के खेतों का दौरा भी किया. सीएम ने किसानों से साफ शब्दों में कहा कि वे चिंता न करें. उन्होंने कहा कि सरकार इस मुश्किल की घड़ी में किसानों के साथ है और हर संभव मदद भी देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले भी फसलों का नुकसान होने पर किसानों को राहत राशि प्रदान की गई है. अब भी किसानों को मदद दी जाएगी.
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11 जिलों में फसलों को सर्वाधिक नुकसान
राज्य के 11 जिलों में 12 हजार हेक्टेयर से ज्यादा इलाके में खड़ी मूंग और सोयाबीन समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने तत्काल अधिकारियों को नुकसान का सर्वे कराने के निर्देश दिए थे. पीले मोजेक रोग से सोयाबीन फसल को हुए नुकसान के लिए भी सर्वे करवाया गया, जो पूरा हो चुका है और आज पीड़ित किसानों के बैंक खाते में नुकसान की भरपाई के एवज में रकम ट्रांसफर की जाएगी.
बाढ़, कीट, रोग पीड़ित किसानों को राशि जारी होगी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज 3 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने भोपाल निवास से प्राकृतिक आपदा, कीट व्याधि, पीला मोजेक रोग, अतिवृष्टि से फसल नुकसान से प्रभावित किसानों को सिंगल क्लिक के माध्यम से राहत राशि का वितरण करेंगे. मुख्यमंत्री इस अवसर पर किसानों से संवाद भी करेंगे. अधिकारियों का कहना है कि राहत राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे उन्हें पारदर्शी और समय पर सहायता मिल सके.

सीएम किसानों से संवाद करेंगे.
188 करोड़ से ज्यादा राशि किसानों को दी जा चुकी
मध्य प्रदेश सरकार ने इस सीजन में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए अब तक 188 करोड़ से अधिक राशि वितरित कर चुके हैं. इससे पहले 6 सितंबर को उन्होंने बाढ़ प्रभावित 17500 किसानों को सिंगल क्लिक के जरिए 20 करोड़ रुपये की राशि वितरित की थी. उससे पहले भी मुख्यमंत्री ने राहत राशि के रूप में 30 करोड़ रुपये पीड़ितों को ट्रांसफर किए हैं. राज्य सरकार के अनुसार 2025-26 में अभी तक 188 करोड़ 52 लाख रुपये की सहायता राशि वितरित की जा चुकी है.