दलहन मिशन मंजूर, किसानों को बेस्ट बीज मिलेंगे.. ट्रेनिंग देकर खेती और उपज बढ़ाने का प्लान

National Pulses Mission: देश में दालों की खेती के रकबे को बढ़ाने के लिए और दूसरे देश पर आयात निर्भरता को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया. इस फैसले से न केवल दालों की खेती का रकबा बढ़ेगा बल्कि किसानों की आमदनी में भी अच्छी बढ़ोतरी होगी.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 2 Oct, 2025 | 10:16 AM

Pulse Production: देश की दालों की बढ़ती मांग और दूसरे देशों पर आयात पर निर्भरता का कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि देश में दालों के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, पोषण और किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से कैबिनेट ने राष्ट्रीय दलहन मिशन को मंजूर कर दिया है. केंद्र सरकार के इस मिशन के तहत देशभर के किसानों को उन्नत क्वालिटी के बीज, तकनीकी सहायता और प्रोत्साहन योजनाएं दी जाएंगी.

11 हजार 440 करोड़ रुपये का बजट

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय दलहन मिशन के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 11 हजार 440 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है.उन्होंने बताया कि इस मिशन का लक्ष्य वित्तीय वर्ष तक दलहन उत्पादन के रकबे को 242 लाख टन से 350 लाख टन पहुंचाना है. इस मिशन के तहत देशभर के 416 जिलों में खासतौर पर दलहनी उत्पादन को बढ़ाने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे. इसके साथ ही दलहनी फसल में तूर, उड़द और मसूर की खरीद पर एमएसपी (MSP) पर 100 फीसदी होगी, ताकि किसानों को उनकी उपज का पूरा फायदा मिल सके.

जलवायु अनुकूल बीज और रोगों से मुक्ति

केंद्र सरकार के राष्ट्रीय दलहन मिशन का मुख्य उद्देश्य दलहन उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भन बनाना और उत्पादन बढ़ाना है. इस मिशन के तहत किसानों को सरकार की ओर से उन्नत क्वालिटी वाले बीजों का उत्पादन बढ़ाना और किसानों तक उनको पहुंचाना है.इसके साथ ही फसल तैयार होने के बाद उसका स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए भी सरकार किसानों को मदद करेगी. इस मिशन के तहत खासतौर पर किसानों को अरहर, मूंग, उड़द, मसूर और चना जैसी मुख्य दालों के लिए ज्यादा पैदावार वाली और रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली किस्में उपलब्ध कराई जाएंगी.

कितना बढ़ा दाल उत्पादन का रकबा

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी किए गए दालों के उत्पादन क्षेत्र के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2025-26 में दालों के उत्पादन का कुल रकबा 119. 58 लाख हेक्टेयर था जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में दालों के उत्पादन का कुल रकबा 118. 95 लाख हेक्टेयर था. नीचे दी गई टेबल में दोनों साल के दाल उत्पादन का कुल रकबा दिया गया है.

दाल उत्पादन वित्तीय वर्ष 2025-26 वित्तीय वर्ष 2024-25
तूअर 46.31 लाख हेक्टेयर 46.39 लाख हेक्टेयर
कुल्थी 24.29 लाख हेक्टेयर 22.87 लाख हेक्टेयर
उड़द 34.84 लाख हेक्टेयर 34.96 लाख हेक्टेयर
मूंग 0.67 लाख हेक्टेयर 0.56 लाख हेक्टेयर
मोठ फलियां (Moth Bean) 9.24 लाख हेक्टेयर 9.63 लाख हेक्टेयर
अन्य 4.51 लाख हेक्टेयर 4.55 लाख हेक्टेयर

राज्य भी किसानों को ट्रेनिंग और बेस्ट बीज दे रहे

केंद्रीय योजना के तहत राज्य स्तर पर भी दलहन की खेती बढ़ाने के लिए नई योजनाएं शुरू की गई हैं. उत्तर प्रदेश में दलहन किसानों को मुफ्त में सरसों बीज की मिनी किट उपलब्ध कराई जा रही है. जबकि, बुवाई और जुताई के लिए कृषि यंत्रों पर भी 40 से 80 फीसदी तक की सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है. इसी तरह मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में लाभ दिए जा रहे हैं. जबकि बिहार में किसानों को ट्रेनिंग देने की भी व्यवस्था की गई है.

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