देश के कृषि क्षेत्र के विस्तार और किसानों के विकास के लिए सभी राज्य सरकारें लगातार सक्रिय होकर कोशिश करती रहती हैं. केंद्र सरकार की तरह ही राज्य सरकारें भी किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं प्रदेश स्तर पर चलाती हैं ताकि किसानों की कमाई अच्छी हो सके और कृषि क्षेत्र में राज्य का अहम योगदान हो. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश कृषि क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. यहीं नहीं फसलों के उत्पादन में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश ने रिकार्ड बनाया है. बता दें कि, प्रदेश दालों के उत्पादन में पहले स्थान पर, खाद्यान उत्पादन में दूसरे स्थान पर और तिलहन उत्पादन में तीसरे स्थान पर है. कृषि के क्षेत्र में एमपी खुद को आत्मनिर्भर राज्य के रूप में स्थापित कर रहा है.
सस्ती दरों पर मिल रहे कृषि यंत्र
किसानों को कम लागत, कम मेहनत और समय में ज्यादा मुनाफा मिले, इसके लिए प्रदेश में हर साल 1000 से ज्यादा कस्टम हायरिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं. प्रदेश सरकार द्वारा साल 2012 से शुरू की गई इस योजना के तहत अब तक प्रदेश में 4 हजार 730 कस्टम हायरिंग सेंटर बनाए जा चुके हैं. इन सेंटरों की मदद से किसानों को सस्ते दरों पर आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाते हैं. ताकि किसान अपने खेतों में इन आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल कर फसल से बेहतर और उन्नत क्वालिटी की उपज ले सकते हैं. कस्टम हायरिंग सेंटर खोलने के इच्छुक लोगों को ज्यादा से ज्यादा 25 लाख रुपये की लागत पर 40 फीसदी यानी 10 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाती है.
प्रदेश की महिलाएं हो रही सशक्त
मध्य प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, आत्मनिर्भर भारत की नींव बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका है. प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा नमो दीदी ड्रोम योजना, प्रदेश सरकार की लाडली बहन जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन योजनाओं की मदद से महलिाओं के खाते में हगर महीने एक निश्चित राशि भेजी जाती है जिसकी मदद से महिलाएं खुद को आर्थिक तौर पर मजबूत बना सकें. वहीं नमो दीदी ड्रोन योजना के तहत महिलाओं को आधुनिक खेती से जुड़ी तकनीकों के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे खेती में इन तकनीकों का इस्तेमाल कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकें.
खेती के लिए अपनाई नई कृषि तकनीक
मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में लगातार खेती में नई तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. प्रदेश सरकार की नई कृषि योजना के तहत किसानों को बहुत फायदा मिला है. नई और उन्नत तकनीकों के इस्तेमाल से किसानों के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है साथ ही उत्पादन की क्वालिटी में भी सुधार आया है जिसके चलते किसानों को बाजार में उनकी उपज की अच्छी कीमत मिल रही है.