मॉनसून की दस्तक के साथ ही 25 फीसदी महंगा हुआ टमाटर, 1500 रुपये क्विंटल रेट

कर्नाटक में समय से पहले मॉनसून और तेज बारिश के कारण टमाटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इससे मंडियों में कीमतें 25 फीसदी तक बढ़ गई हैं. उत्पादन में गिरावट के चलते आने वाले दिनों में और बढ़ोतरी की संभावना है.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 4 Jun, 2025 | 05:19 PM

इस साल समय से काफी पहले कर्नाटक में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का आगमन हो गया. इसके साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश हुई, जिससे टमाटर की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा. अब इस फसल नुकसान का असर जमीन पर दिखने लगा है. उत्पादन में गिरावट आने से टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. मंडियों में अभी से ही टमाटर के रेट 25 फीसदी तक महंगे हो गए हैं. कहा जा रहा है कि धीरे-धीरे टमाटर की कीमतों में और बढ़ोतरी होने की संभावना है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ जाएगा.

फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, खास कर कोलार जिले जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादक इलाकों में बारिश से टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे आने वाले महीनों में टमाटर की कीमतें और बढ़ सकती हैं. वहीं, पिछले एक हफ्ते के दौरान आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मंडियों में टमाटर के दाम 10 से 25 फीसदी तक बढ़े हैं. उपभोक्ता मामलों के विभाग के मुताबिक, टमाटर का होलसेल भाव 24 मई को 1250 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो इस सोमवार को बढ़कर 1500 प्रति क्विंटल हो गया.

रिटेल मार्केट में नहीं दिखा कोई असर

हालांकि, खुदरा बाजार में टमाटर कीमतों में अभी उतनी बढ़ोतरी नहीं दिखी है. फिलहाल टमाटर की औसत खुदरा कीमतें 20 रुपये प्रति किलो बनी हुई है. दिल्ली की आजादपुर मंडी के प्रमुख टमाटर व्यापारी अशोक कौशिक ने कहा कि अभी जो फसल खेतों में खड़ी है, उस पर बेमौसम बारिश का असर एक महीने बाद फसल की मात्रा और कीमतों में दिखेगा. अधिकारियों ने कहा कि प्री-मॉनसून बारिश का असर बाकी सब्जियों की पैदावार पर भी नकारात्मक हो सकता है.

क्यों बढ़ती हैं टमाटर की कीमतें

बता दें कि टमाटर की सेल्फ लाइफ बहुत कम है. इसे आलू और प्याज की तरह महीनों तक कोल्ड स्टोरेज में नहीं रखा जा सकता है. यही वजह है कि बरसात के मौसम में हर साल टमाटर महंगा हो जाता है. क्योंकि बारिश से टमाटर की फसल चौपट हो जाती है. इससे टमाटर का उत्पादन अचानक बहुत कम हो जाता है. ऐसे में डिमांड ज्यादा और सप्लाई कम होने से टमाटर की कीमतें बढ़ जाती हैं. साल 2023 में टमाटर की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई थी. तब टमाटर 300 रुपये किलो तक पहुंच गया था.

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Published: 4 Jun, 2025 | 05:16 PM

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