बरसात की शुरुआत के साथ ही मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. सरकार 7 जुलाई से मूंग और उड़द की फसल की सरकारी खरीद शुरू करने जा रही है. इसका मतलब यह है कि किसान अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेच सकेंगे. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसान पहले पंजीयन करवा लें. पंजीकरण की आखिरी तारीख 6 जुलाई है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में खरीद के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए हैं.
कटनी में 10 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
मध्य प्रदेश के कृषि विभाग के मुताबिक कटनी जिले में मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए मूंग और उड़द की खरीद के लिए पंजीयन जोरों पर है. अभी तक करीब 10 हजार किसानों ने अपना पंजीयन करवा लिया है. यह पंजीयन 5 जुलाई 2025 तक चलेगा. किसान भाई-बहन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, सहकारी समिति और एमपी(MP) किसान ऐप के माध्यम से बिना किसी शुल्क के पंजीयन करा सकते हैं. अगर आप MP ऑनलाइन कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, कॉमन सर्विस सेंटर या साइबर कैफे से पंजीयन कराते हैं तो इसके लिए आपको शुल्क देना होगा.
पंजीयन के लिए जरूरी दस्तावेज क्या हैं?
पंजीयन के लिए किसान का आधार नंबर जरूरी है, जिसकी जांच मोबाइल पर ओटीपी या बायोमेट्रिक से की जाएगी. इसके लिए, जमीन का खाता, खसरा और आधार में दर्ज नाम एक जैसे होने चाहिए. वहीं, सिकमी और बटाईदार किसान केवल सहकारी समितियों में पंजीयन करा सकते हैं. ध्यान रखें कि पंजीयन केंद्र पर जाते समय आधार कार्ड, आधार लिंक मोबाइल और सिकमी नामे की कॉपी साथ ले जाना जरूरी है.
नर्मदापुरम में मूंग खरीदी की तैयारियों का रिव्यू
नर्मदापुरम जिले में कलेक्टर सोनिया मीना ने मूंग खरीदी से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन किसानों का रकबा सत्यापन लंबित है, उसे जल्द पूरा कराया जाए. अब तक जिले में 70 हजार से ज्यादा किसानों ने मूंग बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 5 जुलाई तक सभी तैयारियां पूरी हों, ताकि 7 जुलाई से खरीदी शुरू हो सके. उन्होंने वेयरहाउस का सत्यापन जल्द पूरा करने और जिन गोदामों में खामियां हैं, उन्हें खरीद केंद्र ना बनाने को कहा.
गेहूं खरीद और खाद-उर्वरक वितरण पर भी सख्ती
बैठक में गेहूं खरीदी के भुगतान और खाद-उर्वरक वितरण की भी समीक्षा की गई. कलेक्टर ने कहा कि जिन किसानों का भुगतान बाकी है, उसे तुरंत पूरा किया जाए. साथ ही खाद वितरण केंद्रों पर व्यवस्था बेहतर बनाई जाए और किसानों को समय पर खाद और उर्वरक मिले, इसका प्रचार भी समय-समय पर किया जाए.
MSP पर मूंग-उड़द बेचनी है तो रजिस्ट्रेशन जरूरी
अगर आपने मूंग या उड़द की फसल बोई है तो 5 जुलाई से पहले रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं. पंजीयन के बिना सरकार आपकी फसल नहीं खरीदेगी. यह पंजीयन न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने की प्रक्रिया का पहला कदम है. सरकार चाहती है कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य मिले और खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी रहे. इसलिए समय रहते पंजीयन कराएं और सरकारी योजना का लाभ उठाएं.
बता दें कि 2025-26 मार्केटिंग सीजन के लिए मूंग दाल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 8768 रुपये प्रति क्विंटल है. इसी तरह उड़द दाल के लिए 7800 रुपये प्रति क्विंटल है.