हफ्तेभर के अंदर दिल्ली में महंगा हो गया प्याज, 40 फीसदी तक बढ़ी कीमत

मॉनसून की दस्तक के साथ ही प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ रहा है. सबसे ज्यादा प्याज का रेट अंडमान निकोबार में दर्ज किया गया है.

नोएडा | Updated On: 6 Jun, 2025 | 03:28 PM

भले ही किसानों को मंडी में प्याज का उचित रेट नहीं मिल रहा है, लेकिन रिटेल मार्केट में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. खास कर मॉनसून की दस्तक के साथ ही प्याज की रिटेल प्राइस में तेजी से इजाफा हुआ है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 31 मई को प्याज की खुदरा कीमत 20 रुपये किलो थी, जो 5 जून को बढ़कर 28 रुपये किलो हो गई. यानी दिल्ली में महज 5 दिनों के अंदर ही प्याज का रेट 8 रुपये बढ़ गया. यानी कीमत में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है.

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन के अनुसार, दिल्ली के अवाला अन्य राज्यों में भी प्याज के रेट में मामूली बढ़ोतरी हुई है. महाराष्ट्र में प्याज की रिटेल कीमत 5 जून को 24.74 रुपये किलो दर्ज की गई, जबकि 31 मई को यह महाराष्ट्र में 24.68 रुपये किलो बिक रहा था. वहीं, कर्नाटक में 31 मई को प्याज का रेट में 23.03 रुपये किलो था, जो 5 जून को 23.06 किलो हो गया.

अंडमान निकोबार में सबसे महंगा बिका प्याज

खास बात यह है कि 5 जून को देश में प्याज का औसत रेट 26.23 रुपये किलो रहा. जबकि, मैक्सिमम रेट 60 रुपये किलो और मिनिमम रेट 10 रुपये किलो दर्ज किया गया. लेकिन 5 जून को सबसे महंगा प्याज अंडमान निकोबार में 56.67 रुपये किलो बिका. वहीं, मिजोरम में 50 रुपये किलो प्याज की कीमत रही.

कर्नाटक में किसानों को नहीं मिल रहा उचित भाव

वहीं,  कल खबर सामने आई थी कि कर्नाटक में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से किसान काफी परेशान हैं. रेट कम होने से वे लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अब नाराज किसानों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. विजयपुरा जिले के कुपाकड्डी क्रॉस (राष्ट्रीय राजमार्ग 52) पर नाराज प्याज किसानों ने अपनी उपज सड़क पर फैला दी. किसानों का कहना है कि कोल्हार तालुका के कुपाकड्डी क्रॉस स्थित हॉर्टिकल्चर फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन में सबसे अच्छी क्वालिटी की प्याज की कीमत 200 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. इससे आर्थिक नुकसान हो रहा है.

Published: 6 Jun, 2025 | 03:21 PM