Vegetable price hike: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सब्जियों के दाम अचानक बढ़ गए हैं. खासकर टमाटर और हरी मटर के दाम में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह 120 रुपये किलो बिक रही है. इससे आम परिवारों की साप्ताहिक बजट पर असर पड़ा है. कहा जा रहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी सप्लाई की कमी, मौसम में अचानक बदलाव और मौसमी मांग की वजह से हुई है. मुहाना मंडी के थोक विक्रेताओं के अनुसार, टमाटर की आपूर्ति कम होने और शादी सीजन के चलते दाम बढ़ गए हैं. अक्टूबर में अचानक हुई बारिश ने भी सप्लाई प्रभावित की. इसके कारण टमाटर के दाम दोगुने हो गए हैं.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, रिटेल मार्केट में सब्जियां और महंगी हो गई हैं. हाइब्रिड टमाटर अब 90 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं, जबकि स्थानीय किस्में थोड़ी सस्ती हैं. फिर भी 60 से 80 रुपये प्रति किलो में मिल रही हैं. रोजाना टमाटर खाने वाले परिवार अब या तो इसकी मात्रा कम कर रहे हैं या टमाटर प्यूरी, पैकेज्ड पलप या टमाटर-मुक्त रेसिपी अपनाने लगे हैं. खास बात यह है कि हरी मटर और अन्य सब्जियों के बढ़ते दामों से परिवारों पर असर पड़ा है.
घर के बजट पर पड़ रहा असर
सर्दियों में हरी मटर लोगों की पसंदीदा सब्जी है. इसके दाम भी घर के बजट पर भारी पड़ रहे हैं. अभी कटाई का मौसम शुरू हुआ है. इसलिए रिटेल मार्केट में हरी मटर 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है. मुहाना मंडी के थोक विक्रेता अब्दुल सगीर का कहना है कि आशा है अगले दो हफ्तों में हरी मटर और अन्य सब्जियों के दाम कम हो जाएंगे.
एक हफ्ते में बढ़ गई कीमत
इसी तरह प्याज, शिमला मिर्च और पत्तेदार सब्जियां भी महंगी हो गई हैं, जिससे खर्च और बढ़ गया है. सप्लाई में बाधा, बढ़ते परिवहन खर्च और त्योहारी मांग ने आम लोगों के लिए स्थिति और मुश्किल बना दी है. कई जयपुर परिवार अब सब्जियों की मात्रा कम कर रहे हैं, सस्ती विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं या रोजाना पकाने वाली सब्जियों की किस्में घटा रहे हैं. एक गृहिणी ने कहा कि बस एक हफ्ते पहले मैंने 1 किलो टमाटर 40 रुपये में खरीदा था और शनिवार को मुझे 1 किलो टमाटर 90 रुपये में खरीदना पड़ा.
कोयंबटूर में भी टमाटर हुआ महंगा
वहीं, तमिलनाडु के कोयंबटूर के बाजारों में भी टमाटर महंगा हो गया है. आवक कम हो गई है, जिसकी वजह से शहर में शनिवार यानी 22 नवंबर को अचानक टमाटर महंगा हो गया. इसकी कीमतें बढ़कर 65 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई. जबकि, खुदरा मार्केट में टमाटर 80 रुपये किलो बिक रहा है. ऐसे में आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. लोग टमाटर खरीदने से दूरी बना रहे हैं. साथ ही व्यापारियों का कहना है कि अगर बारिश का दौर इसी तरह से जारी रहा, तो टमाटर की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.