यूपी सरकार ने कृषि और ग्रामीण विकास के लिए 2030 तक का टारगेट रखते हुए विकसित यूपी मिशन शुरू कर दिया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत राज्य में उन्नत बीजों के उत्पादन के लिए नए सीड बनाने की घोषणा की है. राज्य को दूध और सब्जी उत्पादन में वैश्विक स्तर पर ले जाएंगे. इसके साथ ही कृषि रिसर्च पर भी जोर दिया जाएगा और पशुपालन के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी. इसके अलावा कृषि रिसर्च के साथ विकास पर जोर दिया जाएगा.
वैश्विक स्तर ले जाएंगे अनाज, फल और सब्जी उत्पादन
उत्तर प्रदेश सरकार के विजन 2030 के तहत कृषि और ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर फोकस ज्यादा होगा. विकसित यूपी विजन के तहत कहा गया है कि प्रदेश के गांव केवल उत्पादन ही नहीं बल्कि उत्पादकता और निर्यात में भी अग्रणी बनें. इसके लिए सीड पार्क, उन्नत बीज, फसल विविधिकरण और फूड प्रोसेसिंग जैसी व्यवस्थाओं का विस्तार किया जाएगा. इसके साथ ही लंबे समय टारगेट के तहत 2047 तक अनाज, फल और सब्जियों की उत्पादकता को विश्वस्तरीय स्तर पर ले जाया जाएगा. वहीं, दुग्ध और अंडा उत्पादन में यूपी को विश्व में शीर्ष पर पहुंचाया जाएगा.
नए कृषि रिसर्च और विकास संस्थान बनेंगे
खेती में तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए राज्य में आधुनिक कृषि अनुसंधान संस्थान और इनोवेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे. इसके साथ ही पशुधन विज्ञान के अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की स्थापना की जाएगी. ग्रामीण ढांचे और कृषि उत्पादकता बढ़ने से आय और खपत में बढ़ोत्तरी होगी. इन दोनों क्षेत्रों का संयुक्त योगदान ही यूपी को 26 लाख रुपये प्रति व्यक्ति आय के स्तर तक ले जाएगा. जबकि, किसानों की कृषि लागत घटेगी और बेहतर क्वालिटी से उनकी कमाई भी बढ़ेगी.
ग्रामीण विकास में ऐतिहासिक बदलाव
ग्रामीण ढांचे को सुधारने के लिए सरकार ने करोड़ों लोगों के जीवन को बदलने वाला काम किया. अब तक 56.90 लाख परिवारों को पक्के घर मिले हैं. पीएम आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 36.57 लाख घर स्वीकृत हुए और इनमें से 36.34 लाख का निर्माण पूरा हो चुका है. गांवों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने पर भी जोर दिया गया. जल सुरक्षा के लिए अमृत सरोवर बनाए गए और 550 ग्राम पंचायतों को अटल भूजल योजना से जोड़ा गया.