Bihar News : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सुधा डेयरी उत्पादों को देश के नए बाजारों तक पहुंचाने वाली बड़े पैमाने की योजना को मंजूरी दे दी है. बैठक में पेश किए गए 5-वर्षीय रोडमैप ने सीएम को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने तुरंत इसकी स्वीकृति दे दी. इस योजना से दूध खरीद, प्रसंस्करण और मार्केटिंग क्षमता बढ़ेगी, जिससे राज्य के लाखों दुग्ध उत्पादक किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा और डेयरी सेक्टर पहले से ज्यादा मजबूत हो सकेगा.
बिहार के दूध की नई उड़ान, सुधा ब्रांड अब देश के और राज्यों में
बैठक में बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन के प्रबंध निदेशक शिरषत कपिल अशोक ने दूध खरीद, प्रसंस्करण क्षमता और नए बाजारों में विस्तार की विस्तृत योजना पेश की. सीएम ने कहा कि 2008 में कृषि रोडमैप की शुरुआत के बाद से डेयरी सेक्टर में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं. आज सुधा न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड, असम, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम तक अपने उत्पाद भेज रहा है. यही नहीं, सुधा अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कदम बढ़ा चुका है-इस साल अमेरिका को 5 मीट्रिक टन घी और कनाडा को 8 मीट्रिक टन गुलाब जामुन भेजा गया है.
7.5 लाख दूध उत्पादक किसान जुड़े, क्षमता बढ़ेगी कई गुना
सीएम ने कहा कि बिहार के डेयरी क्षेत्र में आज 7.5 लाख से अधिक दूध उत्पादक किसान जुड़े हुए हैं, जो 21,000 दूध सहकारी समितियों के माध्यम से रोजाना लगभग 22 लाख किलो दूध देते हैं. जबकि उनकी उत्पादन क्षमता 30 लाख किलो प्रतिदिन तक बढ़ाने की योजना है. COMFED के पास अभी 54 लाख किलो दूध प्रतिदिन प्रोसेस करने की क्षमता है. नीतीश कुमार ने निर्देश दिया कि दूध उत्पादन को बढ़ाने, अधिक समितियां जोड़ने और किसानों की आय दुगुनी करने पर खास ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि डेयरी का विस्तार बिहार के विकास का अभिन्न हिस्सा है.
सीएम ने लिया प्लांट का जायजा, दिए कई अहम निर्देश
बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारीशरीफ स्थित पाटलिपुत्र डेयरी प्रोजेक्ट का विस्तृत निरीक्षण किया. उन्होंने दूध प्रसंस्करण यूनिट, आइसक्रीम प्लांट, कार्ड कोल्ड रूम और अन्य उत्पादन इकाइयों को करीब से देखा और अधिकारियों से पूरी जानकारी ली. सीएम ने कहा कि सुधा उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है, इसलिए उत्पादन क्षमता बढ़ाना, कोल्ड चेन सिस्टम को मजबूत करना और मार्केटिंग रणनीति को आधुनिक बनाना बेहद जरूरी है. उन्होंने निर्देश दिया कि गुणवत्ता, सप्लाई और वितरण व्यवस्था को और बेहतर किया जाए ताकि देशभर में सुधा की पकड़ और मजबूत हो सके.