गुजरात की महिलाएं अब उगाएंगी अमृत आम अदरक, जानिए क्यों है यह खास और कैसे मिलेगा मुनाफा

आम अदरक (Mango Ginger) गुजरात की रसोई में लंबे समय से इस्तेमाल होती है. इसका स्वाद और खुशबू कच्चे आम जैसी होती है. आम अदरक का इस्तेमाल अचार, चटनी, सलाद और कई पारंपरिक व्यंजनों में होता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 24 Sep, 2025 | 10:08 AM

Mango Ginger: गुजरात के किसानों के लिए खुशखबरी है. ICARIndian Institute of Spices Research (IISR), कोझिकोड ने अपनी नई आम अदरक की किस्म IISR अमृत गुजरात में उगाने का लाइसेंस दिया है. यह खासतौर पर महिला किसानों को फायदा पहुंचाने और उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए किया गया है.

लाइसेंस किसे मिला?

यह लाइसेंस Limkheda Taluka Mahila Bagayat Sahkari Mandali Ltd को दिया गया है. यह एक सहकारी संस्था है जो महिला किसानों को खेती में सशक्त बनाने के लिए काम करती है.

इसका मतलब है कि गुजरात में IISR अमृत के अच्छे पौधे आसानी से उपलब्ध होंगे. इससे किसानों को नई आमदनी के रास्ते खुलेंगे और मसालों की खेती में भी मजबूती आएगी.

आम अदरक: स्वाद और सेहत का खजाना

आम अदरक (Mango Ginger) गुजरात की रसोई में लंबे समय से इस्तेमाल होती है. इसका स्वाद और खुशबू कच्चे आम जैसी होती है. आम अदरक का इस्तेमाल अचार, चटनी, सलाद और कई पारंपरिक व्यंजनों में होता है.

सिर्फ स्वाद ही नहीं, आम अदरक हजम करने में मदद करती है और शरीर के लिए फायदेमंद एंटीऑक्सीडेंट भी देती है. भारत में इसे थोड़े ही हिस्सों में उगाया जाता है, और अब इसके वाणिज्यिक उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है.

IISR अमृत की खास बातें

उच्च पैदावार: IISR अमृत की औसत पैदावार लगभग 31 टन प्रति हेक्टेयर है, जो पुराने स्थानीय वेरायटी से काफी अधिक है. इसका मतलब है कि किसान कम जगह में ज्यादा उत्पादन कर सकते हैं.

बेहतरीन स्वाद और सुगंध: इसकी खुशबू और स्वाद कच्चे आम जैसी ताजगी देती है. यही कारण है कि इसे अचार, चटनी और सलाद में इस्तेमाल करना बहुत पसंद किया जाता है.

सुनहरा पीला राइजोम: इसका राइजोम (जड़ जैसा हिस्सा) सुनहरा पीला होता है, जो न सिर्फ सुंदर दिखता है बल्कि उपभोक्ताओं को भी आकर्षित करता है.

उच्च एंटीऑक्सीडेंट सामग्री: इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. एंटीऑक्सीडेंट शरीर को रोगों से बचाने में मदद करते हैं और पाचन को भी सुधारते हैं.

बेहतर उपज और आर्थिक लाभ: यह किस्म पुराने वैरायटी की तुलना में जल्दी उगती है और ज्यादा उत्पादन देती है. इसका मतलब किसान कम मेहनत में ज्यादा आमदनी कमा सकते हैं.

बढ़ती मांग: गुजरात में आम अदरक की मांग लगातार बढ़ रही है. IISR अमृत किसानों को अदरक और हल्दी जैसी परिचित फसलों के साथ नई आय कमाने का अवसर देती है.

कुल मिलाकर लाभ: इस नई किस्म से किसान सिर्फ पैदावार ही नहीं बढ़ाएंगे, बल्कि स्वाद, गुणवत्ता और बाजार में मांग के हिसाब से बेहतर कीमत भी पा सकते हैं.

किसानों और समुदाय के लिए फायदे

IISR के अनुसार, इस नई किस्म से किसानों की आमदनी बढ़ेगी और मसालों की खेती मजबूत होगी. Tata Trusts नई किस्म को किसानों तक पहुंचाने में मदद कर रहा है. इसका सीधा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी दोनों रूप में होगा. इस पहल से महिला किसान भी सशक्त बनेंगी और गुजरात की मसालों की परंपरा को नई दिशा मिलेगी.

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