Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश के सिविल सप्लाइज मंत्री नदेंदला मनोहर ने कहा कि जनवरी से राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों को गेहूं, रागी और आटा दिया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त अनाज की मंजूरी दे दी है. मंत्री मनोहर और सिविल सप्लाइज कमिश्नर सौरभ गौर ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मिलकर धान खरीद, खाद्यान्न वितरण और किसानों के लिए मदद पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि 2025- 26 खरीफ सीजन के लिए केंद्र ने आंध्र प्रदेश को 51 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य दिया है.
हालांकि, राज्य सरकार ने 25 दिनों में 2.69 लाख किसानों से 17.37 लाख मीट्रिक टन धान खरीद लिया है और रोजाना लगभग 90,000 मीट्रिक टन की खरीद हो रही है. खरीद प्रक्रिया राजस्व और कृषि विभागों के सहयोग से सुचारू रूप से चल रही है और किसानों को भुगतान 24 घंटे के भीतर बैंक खातों में भेजा जा रहा है. इसके अलावा, संचालन आसान बनाने के लिए 7.87 करोड़ बैग की व्यवस्था भी कर दी गई है. उन्होंने कहा कि राज्य ने पिछले 15 दिनों में 96,000 मीट्रिक टन यानी 10 फीसदी टूटा चावल सप्लाई किया है और सभी राइस मिल पूरी क्षमता के साथ काम कर रही हैं, ताकि समय पर डिलीवरी हो सके.
16,000 मीट्रिक टन रागी दिया गया
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रह्लाद जोशी ने आंध्र प्रदेश की तारीफ करते हुए कहा कि यह एकमात्र राज्य है जो लगातार और समय पर कस्टम मिल्ड राइस (CMR) की आपूर्ति कर रहा है. उन्होंने CMR की सुचारू आवाजाही के लिए भारतीय खाद्य निगम (FCI) के जरिए अतिरिक्त भंडारण सुविधा बनाने की भी मंजूरी दी. मंत्री ने कहा कि रागी का वितरण अगस्त 2025 से ही उत्तर तटीय जिलों में शुरू हो चुका है, जिसमें 16,000 मीट्रिक टन रागी दिया गया. उन्होंने कहा कि जनवरी से गेहूं और रागी की अतिरिक्त आपूर्ति देने पर भी सहमति बन गई है.
QR कोड आधारित बैग ट्रैकिंग सिस्टम शुरू
मनोहर ने कहा कि आंध्र प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जिसने मिड-डे मील योजना में QR कोड आधारित बैग ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया है, जिससे किसानों से लेकर गोदाम तक अनाज की पूरी ट्रेसिंग संभव हो गई है. जनवरी से यही QR कोड सिस्टम पीडीएस चावल के लिए भी लागू किया जाएगा. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल बिचौलियों को न बेचें.
तेलंगाना के लोगों के प्रति हमेशा सम्मान और स्नेह रहा है
मनोहर ने स्पष्ट किया कि पवन कल्याण की टिप्पणी किसानों से बातचीत के दौरान कही गई थी और उसका कोई गलत या दुर्भावनापूर्ण उद्देश्य नहीं था. उन्होंने कहा कि इस बयान को संदर्भ से हटाकर गलत तरीके से पेश किया गया. मंत्री ने यह भी बताया कि पवन कल्याण को तेलंगाना के लोगों के प्रति हमेशा सम्मान और स्नेह रहा है और वे कई बार उनकी तारीफ कर चुके हैं. उनका उद्देश्य किसी की भावनाएं आहत करना नहीं था.