गर्मी का मौसम आते ही आम प्रेमियों के चेहरे खिल जाते हैं. उन्हें बेसब्री से इंतजार होता है कि कब बाजार में आम आएंगे और वे मीठे और रसीले आमों का स्वाद ले सकेंगे. हर किसी का आमों की अलग-अलग किस्में पसंद होती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार अकेले भारत में ही आम की 1 हजार से ज्यादा किस्में हैं , जिनका उत्पादन देशभर के अलग-अलग राज्यों में होता है. इसके साथ ही पूरी दुनिया में आम उत्पादन के मामले में भारत टॉप पर है. आज खबर में आगे बात करेंगे उत्तर प्रदेश के आमों की , जानेंगे कि कौन से हैं उत्तर प्रदेश के 5 बेस्ट आम.
उत्तर प्रदेश के 5 बेस्ट आम
दशहरी आम
दशहरी आम उत्तर प्रदेश की सबसे लोकप्रिय किस्म है और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा इसी की बागवानी होती है. दशहरी आम खाने में बेहद ही मीठा, बिना रेशे का और अच्छी खुशबू वाला होता है. इसके पकने का समय जून से जुलाई के बीच होता है.
लंगड़ा आम
इसकी बागवानी मुख्य तौर पर उत्तर प्रदेश समेत बिहार और मध्य प्रदेश में भी होती है. इसके पकने का समय मध्य जून से मध्य जुलाई के बीच का होता है. बाजार में इसकी मांग सबसे ज्यादा होता है. खाने में यह आम मीठा और विशेष किस्म की खुशबू वाला होता है.
चौसा
इस आम के पकने का समय जुलाई से अगस्त के बीच का होता है. इसकी खासियत है कि यह आम की देर से पकने वाली और गूदेदार किस्म है. खाने में चौसा आम बेहद ही मीठा और रसदार होता है. बाजार में चौसा आम की मांग ज्यादा रहती है.
फजली
आम की इस किस्म की खासियत है कि इसका छिलका पकने पर हल्का हरा, इसका गूदा ठोस और मीठा होता है. खाने में यह मीठा और रसदार होता है. ये आम की देर से पकने वाली किस्मों में से एक है. बाजार में भी फजली आम की मांग ज्यादा रहती है.
सफेदा आम
सफेदा आम को देश के कई इलाकों में बंसी सफेदा या लखनऊ सफेदा भी कहा जाता है. इसकी बागवानी खास तौर पर उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में होती है. सफेदा आम अपने नरम गूदे, हल्के स्वाद और मुलायम छिलकों के लिए जाना जाता है. इसका रंग हल्का पीला या क्रीम जैसा होता है. यह आम की जल्दी पकने वाली किस्म है जो कि मई के आखिर से जून के शुरुआती 15 दिन के बीच पक जाता है.