cucumber bitterness: सर्दियों का मौसम हो या गर्मी का, सलाद हर खाने का अहम हिस्सा होता है. सलाद में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सब्जियों में खीरा सबसे लोकप्रिय है. लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि जब भी कोई खीरा काटता है, तो उसके ऊपरी हिस्से को पहले घिसा जाता है? शायद आपने इसे टोटके या परंपरा समझा हो, लेकिन इसका पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. आइए जानते हैं कि आखिर यह तरीका क्यों अपनाया जाता है और यह कैसे काम करता है.
खीरे को घिसने का तरीका
जब हम बाजार से खीरा लाते हैं, तो कभी-कभी उसमें थोड़ी कड़वाहट महसूस होती है. इसी कड़वाहट को कम करने के लिए लोग खीरे का डंठल वाला ऊपरी हिस्सा थोड़ा सा काटते हैं और फिर उसी हिस्से से खीरे को घिसने लगते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान खीरे से सफेद झाग निकलता है, जिसे देखकर समझा जाता है कि अब खीरे की कड़वाहट दूर हो गई है. इसके बाद ही खीरे को सलाद या खाने में इस्तेमाल किया जाता है.
विज्ञानिक कारण
खीरे और कुछ अन्य सब्जियों में कुकुर्बिटासिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो उनके स्वाद को कड़वा बनाता है. यह कड़वाहट ज्यादातर बेल के टूटे हुए हिस्सों और खीरे की बाहरी परत के आसपास मौजूद होती है. जब खीरे को घिसा जाता है, तो घर्षण के बल से यह कड़वाहट ऊपर की ओर खिंचती है और सफेद झाग के रूप में दिखाई देती है. यही कारण है कि खीरा घिसने पर उसका स्वाद मीठा या हल्का होता है और कड़वाहट कम हो जाती है.
क्यों कड़वी होती हैं सब्जियां?
आप सोच रहे होंगे कि आखिर सब्जियों में यह कड़वाहट क्यों होती है. दरअसल, प्रकृति ने सब्जियों और फलों को कीड़े-मकोड़े और अन्य जीवों से बचाने के लिए यह विशेष तत्व दिया है. जैसे भिंडी पर बाल होते हैं, प्याज की तेज खुशबू होती है, वैसे ही खीरे में कुकुर्बिटासिन होता है. यह एक प्राकृतिक सुरक्षा तंत्र है, जो पौधों को हानिकारक जीवों से बचाता है और उनकी वृद्धि को सुरक्षित बनाता है.
खीरे को घिसने का फायदा
खीरे को घिसने का तरीका न केवल उसकी कड़वाहट कम करता है, बल्कि इसे खाने के लिए और भी स्वादिष्ट बनाता है. घर में सलाद तैयार करते समय इस छोटे से उपाय को अपनाकर आप अपने खाने का स्वाद बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा, घिसने की प्रक्रिया से खीरे का ताजा और कुरकुरा टैक्सचर भी बना रहता है, जिससे सलाद में खीरे की पोषकता और रंग-दिखावट दोनों अच्छे रहते हैं.