मानसून का मौसम हरियाली के लिए जितना अच्छा होता है, उतना ही पौधों के लिए चुनौतीभरा भी. इस मौसम में अधिक नमी के कारण पौधों में कीड़े-मकोड़े, फंगस और बैक्टीरिया तेजी से पनपने लगते हैं, जिससे पौधों की पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और फूल-फल आना भी कम हो जाता है. अगर आप भी घर की छत, बालकनी या आंगन में बागवानी करते हैं और इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो घबराएं नहीं. पुराने समय से चले आ रहे कुछ घरेलू उपाय आज भी बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 आसान और देसी उपाय, जिन्हें अपनाकर आप अपने गार्डन को कीड़ों से बचा सकते हैं.
नीम के तेल से कीड़े होंगे दूर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बारिश के मौसम में नीम का तेल पौधों के लिए रामबाण इलाज है. नीम में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं, जो खासकर वाइट फ्लाई, एफिड्स और छोटे कीड़ों को खत्म करने में बेहद असरदार है.
कैसे करें इस्तेमाल:– 1 लीटर पानी में 5-6 बूंद नीम का तेल और थोड़ा सा शैंपू (या लिक्विड साबुन) मिलाएं. इस घोल को स्प्रे बोतल में डालकर पौधों की पत्तियों पर छिड़काव करें. खासतौर पर पत्तियों के नीचे, जहां अक्सर कीड़े छिपे होते हैं. यह छिड़काव हर 7-10 दिन में एक बार करें.
लहसुन-मिर्च का घोल है कीड़ों का दुश्मन
लहसुन और हरी मिर्च दोनों ही गंध से कीड़ों को दूर भगाते हैं. ग्रामीण इलाकों में यह उपाय लंबे समय से अपनाया जाता रहा है.
कैसे बनाएं घोल:– 10-12 लहसुन की कलियां और 2-3 हरी मिर्च को पीसकर 1 लीटर पानी में मिलाएं. इस मिश्रण को छानकर स्प्रे बोतल में भरें और पौधों पर छिड़कें. इसकी तीखी गंध कीड़ों को पास नहीं फटकने देगी. यह उपाय खासकर पतंगे और छोटे कीड़ों के लिए कारगर है.
लकड़ी की राख से मिट्टी रहेगी कीट मुक्त
लकड़ी की राख (ऐश) का उपयोग आज भी गांवों में सबसे ज्यादा किया जाता है. बारिश में जब मिट्टी गीली होती है, तब फंगस और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. राख इन दोनों से रक्षा करती है.
कैसे करें इस्तेमाल:– राख को छानकर पौधों की जड़ों के पास हल्का छिड़काव करें. ध्यान रहे कि राख सूखी होनी चाहिए. इससे पौधे के आसपास का वातावरण सूखा रहेगा और कीड़े दूर रहेंगे.
घरेलू साबुन या शैंपू का स्प्रे भी है असरदार
अगर आप बाजार की दवाइयों से बचना चाहते हैं, तो साबुन या शैंपू का घोल भी एक बेहतरीन विकल्प है. खासकर वे कीड़े जो पत्तियों की निचली सतह से चिपक जाते हैं, उनके लिए यह उपाय बढ़िया है.
कैसे करें उपयोग:– 1 लीटर पानी में एक छोटा टुकड़ा घरेलू नहाने वाला साबुन या एक चम्मच शैंपू मिलाएं. इस घोल को अच्छी तरह मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें. साबुन का झाग कीड़ों को मार देता है और दोबारा आने से रोकता है.
हल्दी का घोल बचाएगा फंगस से
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो पौधों को फंगस और बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते हैं.
कैसे बनाएं हल्दी घोल:– 1 लीटर पानी में 1 बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. इस घोल को छिड़काव के लिए इस्तेमाल करें, खासकर उन पौधों पर जिनमें फंगस लग चुका हो. हल्दी की खुशबू और उसके गुण दोनों ही पौधे को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं.