देश के किसानों के लिए एक बार फिर खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए 38 हजार करोड़ रुपये की खाद सब्सिडी मंजूर की है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह फैसला किसानों के हित में ऐतिहासिक है. इससे खेती की लागत कम होगी और उत्पादन में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
शिवराज सिंह ने की कृषि प्रगति की समीक्षा
नई दिल्ली में हुई समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरीफ सीजन की स्थिति पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस बार धान, तिलहन और दलहन जैसी फसलों की बुवाई पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हुई है. धान की बुवाई 441.58 लाख हेक्टेयर, तिलहन फसलों की 190.13 लाख हेक्टेयर और दलहनों की 120.41 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि पोषण सुरक्षा और किसानों की आमदनी, दोनों दिशा में यह बड़ी उपलब्धि है.
अच्छे मानसून और पानी की भरपूर उपलब्धता से खेती को बढ़ावा
कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल देश में मानसून अनुकूल रहा है और जलाशयों में पर्याप्त पानी जमा हुआ है. केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि 161 बड़े जलाशयों में 165.58 अरब घन मीटर पानी संग्रहित है, जो पिछले साल की तुलना में बेहतर है. उन्होंने कहा, इस बार किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कोई कमी नहीं हुई, जिससे बुवाई समय पर और सुचारू रूप से पूरी हो सकी.
खरीफ कटाई शुरू, रबी की तैयारी में जुटे किसान
बैठक में यह भी बताया गया कि खरीफ फसलों की कटाई देश के कई हिस्सों में शुरू हो चुकी है. अब तक करीब 27 फीसदी क्षेत्रों में कटाई पूरी हो चुकी है. कृषि आयुक्त डॉ. पी.के. सिंह ने बताया कि कुछ इलाकों में रबी फसलों की बुवाई भी शुरू हो चुकी है. धान, गन्ना, टमाटर और आलू की स्थिति सामान्य से बेहतर है, जबकि गेहूं और चावल का सरकारी स्टॉक बफर से अधिक है-जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए एक अच्छा संकेत है.
खेती में नई तकनीक और डिजिटल योजना से मिल रही सफलता
कृषि मंत्री ने कहा कि इस साल का प्रदर्शन यह दिखाता है कि भारतीय कृषि अब डिजिटल नवाचार और आधुनिक प्रबंधन के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में किसान हितैषी नीतियां लगातार असर दिखा रही हैं. अनुकूल मौसम, बेहतर जल प्रबंधन और नई तकनीक के चलते भारत का कृषि क्षेत्र रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है. सरकार ने यह भी संकेत दिया कि रबी सीजन में दलहन और तिलहन की बुवाई बढ़ाने के लिए राज्यों के साथ मिलकर विशेष सहायता दी जाएगी.
किसानों की मेहनत और सरकार की नीति
देश के कृषि क्षेत्र को इस समय सबसे बड़ा फायदा मिला है-प्रकृति के सहयोग और नीति के समर्थन का. जहां एक ओर किसानों की मेहनत फसलों को सुनहरा बना रही है, वहीं केंद्र की किसान-हितैषी नीतियां खेती को और मजबूती दे रही हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह सिर्फ सब्सिडी नहीं, बल्कि किसानों की मुस्कान और आत्मनिर्भर भारत का बीज है.